नाहन: महिलाओं को सशक्त करने और उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने को लेकर सरकार लगातार प्रयास कर रही है. लिहाजा अनेक योजनाएं भी चलाई जा रही हैं, ताकि महिला शक्ति भी आत्मनिर्भर बन सके.
इसी कड़ी में ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के इरादे से यूको ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान भी अनेक कार्यक्रम चला रहा है. साथ-साथ बैंकिंग व्यवस्था की भी जानकारी दे रहा है, ताकि महिलाएं घर-द्वार पर ही स्वावलंबी बन सके.
दरअसल सिरमौर जिला में दीवाली त्योहार के मद्देनजर यूको ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान ने आकर्षक मोमबत्ती बनाने को लेकर प्रशिक्षण शिविर लगाने शुरू कर दिए हैं. प्रथम चरण में नाहन में भी एक ऐसा ही प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 10 दिनों तक ग्रामीण महिलाओं को सुगंधित, आकर्षक मोमबती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान इसकी मार्केटिंग हेतु बैंक सुविधा के बारे में भी जानकारी दी गई.
सैन की सेर पंचायत से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि इस प्रशिक्षण से जहां वह आत्मनिर्भर बनेंगी, तो वहीं विदेशी सामान की बजाए लोगाों को स्वदेशी का संदेश भी मिलेगा.
प्रशिक्षण हासिल करने वाली महिला प्रतिभागी आशु ने बताया कि यहां पर उन्हें बहुत अच्छा सिखाया गया है और त्योहारों में समूह के माध्यम से मोमबती बनाएंगी, ताकि रोजगार स्थापित हो सके. वहीं, रीता चौहान ने बताया कि इस ट्रेनिंग से उनका मनोबल बढ़ा है और आत्मनिर्भरता की ओर उनका यह कदम है. एक अन्य प्रतिभागी शिवानी ने बताया कि इस कार्य से उन्हें आत्मनिर्भर होने का अवसर मिला है. साथ ही बैंकिंग का भी पता चला है, जो कि उनके काम आएगा.
वहीं, यूको आरसेटी के प्रबंधक राकेश वर्मा बताया कि ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कार्यक्रम एवं प्रशिक्षण दिए जाते हैं. त्योहारों को देखते हुए इन्हें सुंदर, सुगंधित मोमबतियां बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि ये लोग स्वरोजगार से जुड़ सकें. इस प्रशिक्षण में तीन पंचायतों से 25 महिलाओं ने भाग लिया है. कुल मिलाकर ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने एवं आत्मनिर्भरता की ओर प्रयास किए जा रहे हैं. महिलाएं भी इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं.
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