नाहन: सिरमौर जिला में पिछले कुछ समय में कोरोना का ग्राफ काफी ज्यादा बढ़ा है, लेकिन राहत की बात ये है कि जिला प्रशासन के प्रयासों के चलते जिला में संक्रमित व्यक्तियों का रिकवरी रेट भी बेहतर आ रहा है. क्षेत्र में 75 प्रतिशत से अधिक कोरोना का रिकवरी रेट है और अधिकतर संक्रमित व्यक्ति फर्स्ट फाॅलोअप में ही ठीक हो रहे हैं.
बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जिला प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर सैंपलिंग भी की जा रही है और अब तक करीब 24 प्रतिशत सैंपलिंग की जा चुकी है. नाहन के अलावा हर उपमंडल स्तर पर सैंपलिंग की जा रही है, ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि वर्तमान में कोरोना के 98 मामले एक्टिव हैं और जिला सिरमौर में अभी तक 24 प्रतिशत लोगों की सैंपलिंग की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि जब से कोरोना संक्रमण का प्रकोप शुरू हुआ है, तब से 14 हजार लोगों की सैंपलिंग करवाई गई है.
डीसी ने कहा कि क्षेत्र में कोरोना का रिकवरी रेट 75 प्रतिशत से अधिक है और पहले जो कोरोना के पाॅजिटिव केस आए थे, वो 15 से 25 दिनों में ठीक हो रहे थे. वहीं, 13 मई को आयुष किट लॉन्च होने के बाद जिला में 85 से 90 प्रतिशत पीड़ित लोग फर्स्ट फाॅलोअप में रिकवर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि आयुष कीट में आयुष काढ़ा, सशमनी वटी व होम्योपैथिक दवाई शमिल है.
बता दें कि अब तक जिला सिरमौर में 434 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से वर्तमान में 98 केस एक्टिव हैं, जबकि अब तक 328 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं. वहीं, एक संक्रमित महिला की मौत हो भी हो चुकी है. हालांकि 7 मामलों को हरियाणा में माइग्रेट किया गया था.
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