करसोग: उपमंडल करसोग के तहत शाहोट में पांच साल आरंभ हुई पेयजल योजना का कार्य समय पर पूरा न करने की लापरवाही ठेकेदार पर भारी पड़ गई है. अधिशाषी अभियंता रजत शर्मा ने मौके का निरीक्षण कर टेंडर को रद्द करने के आदेश जारी कर दिए हैं. यहां शाहोट पंचायत में पांच साल पहले 12.50 लाख से तैयार होने वाली पेयजल योजना के टेंडर लगाया गया था, लेकिन पांच साल बीतने पर भी योजना अधूरी पड़ी है. यही नहीं कार्य की गुणवत्ता की बहुत खराब है.
ऐसे में ईटीवी भारत ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था. जिस पर जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता ने संज्ञान लेते हुए संबंधित सब डिवीजन के सहायक अभियता के साथ मौके का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिशाषी अभियंता ने पाया कि पेयजल योजना के कार्य में लापरवाही बरती गई है. ऐसे में अधिशाषी अभियंता ने उक्त ठेकेदार के टेंडर को रद्द कर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं. ऐसे में विभाग की ये कार्रवाई अन्य ठेकेदार के लिए भी एक चेतावनी है.
बता दें कि शाहोट पंचायत में जल शक्ति विभाग ने वर्ष 2017 में 12.50 लाख की लागत से तैयार होने वाली पेयजल योजना के लिए टेंडर लगाया था, लेकिन पांच सालों में कार्य न पूरा करने पर भी ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई थी. हैरानी की बात है कि ग्रामीणों ने इस लापरवाही की शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्प लाइन पर भी शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन विभाग ने अपने बचाव के लिए शिकायत को मांग में बदल कर मामले को रफादफा करने का प्रयास किया. जिससे स्थानीय जनता में भारी रोष था और सरकार की छवि भी जनता के बीच में खराब हो रही थी.
ऐसे में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई के आदेश (JAL SHAKTI DEPARTMENT KARSOG) के बाद लोगों में अब उम्मीद जगी है. जल शक्ति विभाग करसोग मंडल के अधिशाषी अभियंता रजत शर्मा ने कहा कि मौके पर जाकर योजना का निरीक्षण किया गया. इस दौरान ठेकेदार की लापरवाही सामने आई है. जिस पर ठेकेदार का टेंडर रद्द करने के निर्देश दिए गए हैं.
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