मंडी: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंडी जिला के कई युवाओं को विदेशों में जेल की कैद से छुड़वा कर अपनों तक वापस पहुंचाया था. ऐसे कई मामले थे जिनमें मौत को सामने देखकर युवा घबरा गए थे और अपनी वतन वापसी की उम्मीद तक छोड़ दी थी. लेकिन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने युवाओं वतन वापसी की करवाई थी. जबकि एक मामले में चार साल बाद शव को घर तक पहुंचाने में सुषमा स्वराज ने मदद की थी.
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से उक्त युवाओं के परिवार स्तब्ध है और उनकी त्वरित कार्रवाई पर आज भी परिजन उन्हें याद रखे हुए हैं. सुषमा के निधन से सीएम के गृह जिला मंडी में भी शोक की लहर है. बता दें कि मात्र एक ट्वीट पर त्वरित कार्रवाई करने वाली सुषमा की कार्यप्रणाली की वजह से ही वह करोड़ों लोगों के दिलों में राज करती हैं.
छोटे से आग्रह पर ही सुषमा का बड़ा एक्शन हर किसी को दंग कर देता था. मंडी जिला के कई युवाओं के विदेशों में शातिरों की वजह से फंसने पर मंडी के सांसद रामस्वरूप शर्मा के आग्रह पर विदेश मंत्री रहते हुए सुषमा ने इन युवाओं को सुरक्षित घर पहुंचाया है.
2018 में सऊदी अरब के रियाद में जुलाई माह में एजेंट के हाथों ठगे जाने के बाद वहां जेल भेजे गए मंडी जिला के 14 युवाओं को विदेश से सुरक्षित घर तक पहुंचाने में भी सुषमा स्वराज ने अहम भूमिका निभाई. जेल में बंद रहे हरजिंद्र सिंह, रवि कुमार, विक्रम व मनोज कुमार का कहना है कि मामला सुषमा स्वराज के पास पहुंचने पर उन्हें लगा कि अब उनकी वतन वापसी संभव है. युवाओं ने कहा कि सुषमा स्वराज की वजह से ही आज वह अपने परिजनों के बीच में हैं.
वहीं, मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा का कहना है कि विदेश में युवाओं के फंसने के मामलों को उन्होंने सुषमा स्वराज के समक्ष प्राथमिकता से उठाया था और उन्होंने भी उनकी मदद की थी. रामस्वरूप ने कहा कि सुषमा स्वराज की वजह से ही कई युवाओं की वतन वापसी हो पाई है और उन्हें व उनके किए कामों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.