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आश्रय शर्मा पर भड़के सांसद प्रतिभा सिंह के समर्थक, जारी किया प्रेस नोट

लोकसभा क्षेत्र मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह के द्वारा मंडी दौरे के दौरान दिए गए बयानों के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम व दिवंगत मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह परिवार के बीच एक बार फिर से राजनीतिक सियासत (Mandi Congress Committee) गरमाना शुरू हो गई है. जिला कांग्रेस कमेटी मंडी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरेंद्र सेन और जिला महासचिव उपेंद्र ठाकुर ने मीडिया को जारी बयान में आश्रय शर्मा का नाम लिए बिना उनपर कई जुबानी हमले बोले हैं.

Supporters of MP Pratibha Singh on Aashray Sharma
फोटो.
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Published : Jan 29, 2022, 9:51 PM IST

मंडी: लोकसभा क्षेत्र मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह के द्वारा मंडी दौरे के दौरान दिए गए बयानों के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम व दिवंगत मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह परिवार के बीच एक बार फिर से राजनीतिक सियासत गरमाना शुरू हो गई है. दिए गए बयानों के बाद दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है.

प्रतिभा सिंह के बयान के बाद जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री (Mandi Congress Committee) पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने तुरंत प्रभाव से सोशल मीडिया पर पलटवार कर दिया. वहीं, अब प्रतिभा सिंह के समर्थक कांग्रेसी नेताओं ने आश्रय शर्मा पर पलटवार करके मामले को और ज्यादा तूल दे दिया है.

जिला कांग्रेस कमेटी मंडी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरेंद्र सेन और जिला महासचिव उपेंद्र ठाकुर ने मीडिया को जारी बयान में आश्रय शर्मा का नाम लिए बिना उनपर कई जुबानी हमले बोले हैं. जो प्रेस नोट जारी किया गया है हम आपको उसे उसी तरह से प्रेषित कर रहे हैं, ताकि आप समझ सकें कि कांग्रेस के पार्टी के भीतर किस स्तर पर घमासान मच चुका है.

प्रेस नोट में लिखा है कि 'हम सब पंडित सुखराम जी का बहुत आदर करते हैं. वह कांग्रेस पार्टी के बहुत बड़े नेता हैं, लेकिन उनके परिवार के युवा नेता कहते हैं कि मैं समय पर रानी साहिबा को इसका जवाब दूंगा. आप क्या जवाब देंगे, आपको तो जनता ने पिछले लोकसभा में ही जवाब दे दिया है. आप वोट लेने के बाद लोगों का धन्यवाद करने तक नहीं गए. आपने इस चुनाव में रानी प्रतिभा सिंह को वोट देना भी जरूरी नहीं समझा.

आप स्थानीय विधायक के साथ मीटिंग कर रहे हैं. आपने चुनावों के समय माननीय मुख्यमंत्री के साथ गुप्त मीटिंग की. कम से कम यह तो साफ हो जाना चाहिए की आप भाजपा में है या कांग्रेस में. सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता भी इस कोतुहल से परेशान है. यह युवा नेता बताए कि अपने क्षेत्र में इन्होंने कहां कहां माननीय सांसद के लिए वोट मांगे. पंडित सुखराम जी के परिवार से इस युवा नेता ने कहा की पिछली बार कांग्रेस के कोई भी नेता चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे जो सरासर गलत है.

सच्चाई तो यह है कि उस समय कई लोगों ने कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया था. मगर इस युवा नेता ने उस समय कांग्रेस आलाकमान के पास यह शर्त रखी कि यदि मुझे कांग्रेस टिकट देती है तभी मैं कांग्रेस ज्वाइन करूंगा'.

ये भी पढ़ें- अटल और मोदी के दूसरे घर हिमाचल में हांफ रही रेल, बजट में मिलते हैं सिर्फ आश्वासन

मंडी: लोकसभा क्षेत्र मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह के द्वारा मंडी दौरे के दौरान दिए गए बयानों के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम व दिवंगत मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह परिवार के बीच एक बार फिर से राजनीतिक सियासत गरमाना शुरू हो गई है. दिए गए बयानों के बाद दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है.

प्रतिभा सिंह के बयान के बाद जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री (Mandi Congress Committee) पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने तुरंत प्रभाव से सोशल मीडिया पर पलटवार कर दिया. वहीं, अब प्रतिभा सिंह के समर्थक कांग्रेसी नेताओं ने आश्रय शर्मा पर पलटवार करके मामले को और ज्यादा तूल दे दिया है.

जिला कांग्रेस कमेटी मंडी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरेंद्र सेन और जिला महासचिव उपेंद्र ठाकुर ने मीडिया को जारी बयान में आश्रय शर्मा का नाम लिए बिना उनपर कई जुबानी हमले बोले हैं. जो प्रेस नोट जारी किया गया है हम आपको उसे उसी तरह से प्रेषित कर रहे हैं, ताकि आप समझ सकें कि कांग्रेस के पार्टी के भीतर किस स्तर पर घमासान मच चुका है.

प्रेस नोट में लिखा है कि 'हम सब पंडित सुखराम जी का बहुत आदर करते हैं. वह कांग्रेस पार्टी के बहुत बड़े नेता हैं, लेकिन उनके परिवार के युवा नेता कहते हैं कि मैं समय पर रानी साहिबा को इसका जवाब दूंगा. आप क्या जवाब देंगे, आपको तो जनता ने पिछले लोकसभा में ही जवाब दे दिया है. आप वोट लेने के बाद लोगों का धन्यवाद करने तक नहीं गए. आपने इस चुनाव में रानी प्रतिभा सिंह को वोट देना भी जरूरी नहीं समझा.

आप स्थानीय विधायक के साथ मीटिंग कर रहे हैं. आपने चुनावों के समय माननीय मुख्यमंत्री के साथ गुप्त मीटिंग की. कम से कम यह तो साफ हो जाना चाहिए की आप भाजपा में है या कांग्रेस में. सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता भी इस कोतुहल से परेशान है. यह युवा नेता बताए कि अपने क्षेत्र में इन्होंने कहां कहां माननीय सांसद के लिए वोट मांगे. पंडित सुखराम जी के परिवार से इस युवा नेता ने कहा की पिछली बार कांग्रेस के कोई भी नेता चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे जो सरासर गलत है.

सच्चाई तो यह है कि उस समय कई लोगों ने कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया था. मगर इस युवा नेता ने उस समय कांग्रेस आलाकमान के पास यह शर्त रखी कि यदि मुझे कांग्रेस टिकट देती है तभी मैं कांग्रेस ज्वाइन करूंगा'.

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