मंडी: जिला मंडी में पहली बार एक महिला अधिकारी बतौर एसपी अपनी सेवाएं देने जा रही है. अभी तक जिला में 52 अधिकारी बतौर एसपी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. ये सभी पुरूष अधिकारी थे. 2012 बैच की आईपीएस अधिकारी शालिनी अग्निहोत्री अब मंडी में 53वें एसपी के रूप में अपना कार्यभार संभालेंगी.
वह मंडी जिला की पहली महिला एसपी होंगी. रविवार को राज्य सरकार ने प्रदेश के छः जिलों के एसपी बदले हैं. एसपी मंडी गुरदेव शर्मा को एसपी सीआईडी शिमला बनाया गया है. उनके स्थान पर शालिनी अग्निहोत्री को मंडी में तैनाती दी गई है. ये मंडी जिला के लिए नया अनुभव होगा और गर्व की बात भी होगी कि यहां की पुलिस कप्तान अब एक महिला अधिकारी होगी. जिला की महिलाओं को विशेष तौर पर महिला पुलिस अधिकारी से उम्मीदें रहेंगी. इससे पहले शालिनी अग्निहोत्री एसपी कुल्लू के रूप में अपनी बेहतरीन सेवाएं दे चुकी हैं. उसके बाद सरकार ने इन्हें आरआरबीएन बनगढ़ के कमांडेंट का कार्यभार सौंपा था और उसके बाद उन्हें शिमला में विजिलेंस का एसपी लगाया गया था.
गौरतलब है कि बस कंडक्टर की बेटी शालिनी अग्निहोत्री ने सिविल सेवा परीक्षा में 285वां रैंक हासिल किया था. उन्होंने सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड महिला अफसर ट्रेनी की वंदना मलिक ट्रॉफी भी हासिल की है. बाहरी विषयों में सर्वश्रेष्ठ ट्रेनी को दी जाने वाली एलबी सेवा ट्रॉफी पर भी उनका कब्जा रहा. जांच के लिए दी जाने वाली अलका सिन्हा ट्रॉफी भी उनके नाम रही.
यही नहीं पढ़ाई के अलावा दूसरी गतिविधियों के लिए दी जाने वाली जीएस आर्या ट्रॉफी पर भी शालिनी ने ही कब्जा जमाया था. शालिनी अग्निहोत्री को उनका होम कैडर हिमाचल ही दिया गया है. प्रदेश की युवा आईपीएस शालिनी की कुल्लू में बतौर एसपी पहली पारी बेहद कामयाब रही है. नशे के कारोबार के खिलाफ एसपी का खौफ बना हुआ है.
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