करसोग/मंडीः उपमंडल करसोग में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. यहां खादरा पंचायत के महाबन गांव पिछले एक महीने से लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. कोरोना काल में साफ सफाई तो दूर रही, लोगों को पीने के लिए भी पानी नसीब नहीं हो रहा है. ऐसे में ग्रामीणों को पशुओं को भी पानी पिलाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इसको देखते हुए महाबन गांव के लोग व महिला मंडल का एक प्रतिनिधि मंडल शक्ति विभाग की अधिशाषी अभियंता से मिला और क्षेत्र में गहराए पेयजल संकट को लेकर अवगत करवाया. इस दौरान ग्राम पंचायत महाबन के उपप्रधान सोम कृष्ण सहित जसवंत व हेतराम भी प्रतिनिधि मंडल में शामिल रहे.
लोगों ने बताया कि क्षेत्रवासी लंबे समय से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. ऐसे में लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए घरों से काफी दूर प्राकृतिक पेयजल स्रोतों से पानी लाना पड़ रहा है. इसमें लोगों का बहुत सा समय बर्बाद हो रहा है. ऐसे में पानी की सप्लाई न मिलने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई है. इस दौरान स्थानीय निवासियों ने महाबन उठाऊ पेयजल योजना में कार्य कर रहे कर्मचारियों पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
महिला मंडल महाबन की सचिव कृष्णा ने बताया कि महाबन में पानी की बहुत समस्या है. एक महीने से पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि जब अधिकारियों से मिलते है तो पानी की सप्लाई का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन घर पहुंचने पर फिर से वही हालात रहते हैं. इसलिए एक प्रतिनिधि मंडल अधिशाषी अभियंता से मिलने आया था. उन्होंने कहा कि अब 18 नवम्बर तक पानी की सप्लाई बहाल करने का आश्वासन मिला है.
खादरा पंचायत के उपप्रधान सोम कृष्ण ने बताया कि महाबन के लोग, महिला मंडल जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता मिलने आये थे. गांव के लोग इतने बुरे हालात से गुजर रहे हैं कि कोरोना काल में लोगों के पास हाथ धोने तक का भी पानी नहीं है. अब अधिशाषी अभियंता ने महाबन उठाऊ पेयजल योजना खराब पड़ी मशीनों को 18 नवम्बर तक ठीक करने का आश्वासन दिया है.
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