करसोग/मंडीः प्रदेश सरकार भले ही मंडी जिला में वर्ष 2022 तक हर घर में नल से शुद्ध जल देने का दावा कर रही हो. वहीं, करसोग में पिछले 6 दिनों से करसोग में लोगों पानी की समस्या से जुझना पड़ रहा है. इससे गुस्साए लोगों ने शनिवार को जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
भारत की नौजवान सभा के बैनर तले हुए इस धरना प्रदर्शन के दौरान जल शक्ति विभाग को एक दिन में पानी की सप्लाई सुचारू करने का भी अल्टीमेटम दिया गया. वहीं, रविवार सुबह तक पानी की सप्लाई नहीं दी गई तो लोग जल शक्ति विभाग के डिवीजन कार्यालय के बाहर फिर से धरना प्रदर्शन करेंगे.
लोगों ने ये भी आरोप लगाया कि जल शक्ति विभाग दूषित पेयजल सप्लाई दे रहा है, जिससे लोगों में बीमारी फैलने का भी खतरा है. लोगों ने विभाग से भंडारण टैंक की सफाई कर स्वच्छ पेयजल सप्लाई की मांग की है.
नाले का दूषित पानी पीने को मजबूर लोग
धरना प्रदर्शन के दौरान लोगों ने जलशक्ति विभाग के खिलाफ जमकर नारे बाजी की. लोगों का कहना है की करीब एक सप्ताह से पानी की सप्लाई न मिलने से मजबूरन खड्ड से पानी लाकर दूषित पानी पीना पड़ रहा है. जोकि महामारी के इस दौर में बहुत खतरनाक साबित हो सकता है.
यही नहीं लोगों का ये भी कहना है कि बहुत से घरों में बुजुर्ग रहते हैं, इन लोगों के पास तो खड्ड से पानी लाना वाला भी नहीं है. इन लोगों को दैनिक कार्य के लिए भी पानी नसीब नहीं हो रहा है. ऐसे में जलशक्ति विभाग की लापरवाही से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
भारत की नौजवान सभा के सदस्य ने बताया कि करसोग की जनता को पिछले 6 दिनों से पानी नहीं मिल रहा है. इस मांग को लेकर अधिशाषी अभियंता से मिलने आए थे. उन्होंने ये भी कहा कि लोगों को जो पानी मिल रहा है. वह बहुत ही गंदा है.
कई जगह से पाइपें फटी हैं, जिस कारण सारी गंदगी पीने के पानी में मिल रही है. उन्होंने कहा कि एक दिन के अंदर पानी की सप्लाई को सुचारू नहीं किया गया तो जलशक्ति विभाग के करसोग डिवीजन के बाहर फिर से धरना दिया जाएगा.
जलशक्ति विभाग के अधीक्षक बालक राम ने आश्वासन दिया है कि पानी की समस्या को हल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि नाले में जब फ्लड आता है तो इसके लिए स्पेशल लाइन जोड़ी गई है. ऐसे में मेन लाइन को बंद करके इस लाइन को चालू किया जाता है.