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मंडी जिले में स्वच्छ भारत मिशन की उड़ रही धज्जियां, हजारों टन कूड़े के बीच 'नर्क' की जिंदगी जी रहे लोग

मंडी जिला में पिछले कई दशकों से शहरी व नगर पंचायत क्षेत्रों से इकट्टा होने वाला हजारों टन कूड़े में जीवन जीने को मजबूर है स्थानीय लोग.

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Published : May 28, 2019, 10:20 AM IST

Updated : May 28, 2019, 2:49 PM IST

सुंदरनगर की चांदपुर डंपिंग साइट

सुंदरनगर: पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए स्वच्छ भारत मिशन की जिला मंडी में सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. जिला में पिछले कई दशकों से शहरी व नगर पंचायत क्षेत्रों से इकट्टा होने वाला हजारों टन कूड़ा अब सरकार के लिए गले की फांस बन गया है.

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बता दें कि पिछले कई सालों से सुंदरनगर के चांदपुर में हजारों टन कूड़ा-कचरा रोजाना डंप किया जाता है, जिससे क्षेत्र के हजारों लोगों को गंदगी व जानलेवा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है. विशेष तौर पर बरसात और गर्मी के दिनों में की जनता को चांदपुर में डंप की गई गंदगी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इसके अलावा इस डंपिंग साइट के आसपास के क्षेत्र रोपा, भरजवाणु, जुगाहण की जनता को भी डंपिंग साइट की गंदगी और दुर्गंध से निजात नहीं मिल पा रही है. स्थानीय निवासी विनोद स्वरूप ने बताया कि गंदगी से निजात पाने के लिए कई बार प्रदर्शन किया गया, लेकिन सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.

सुंदरनगर की चांदपुर डंपिंग साइट.

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नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि एनजीटी के निर्देश व प्रदेश शहरी विकास विभाग के सहयोग से पॉलिवेस्ट मेनेजमेंट रूल 2016 के तहत शहर के हर घर से नप. के वाहनों द्वारा डोर टू डोर कूड़ा उठाया जा रहा है. इसके उन्होंने बताया कि डंपिंग साईट पर कई वर्षों से पड़े हुए कूड़े को साफ करने के लिए सरकार की सहायता ली जा रही है.

सरकार की तरफ से ट्रॉमेल, कंपैक्टर सहित इंसिनेटर मशीनें उपलब्ध करवाई जा रही हैं. अशोक शर्मा ने बताया कि न गलने व सडने वाला कूड़ा बिलासपुर जिला के बरमाणा सीमेंट फैक्ट्री में नष्ट होने के लिए भेजा रहा है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े की बीच रहना नर्क के समान है.

सुंदरनगर: पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए स्वच्छ भारत मिशन की जिला मंडी में सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. जिला में पिछले कई दशकों से शहरी व नगर पंचायत क्षेत्रों से इकट्टा होने वाला हजारों टन कूड़ा अब सरकार के लिए गले की फांस बन गया है.

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बता दें कि पिछले कई सालों से सुंदरनगर के चांदपुर में हजारों टन कूड़ा-कचरा रोजाना डंप किया जाता है, जिससे क्षेत्र के हजारों लोगों को गंदगी व जानलेवा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है. विशेष तौर पर बरसात और गर्मी के दिनों में की जनता को चांदपुर में डंप की गई गंदगी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इसके अलावा इस डंपिंग साइट के आसपास के क्षेत्र रोपा, भरजवाणु, जुगाहण की जनता को भी डंपिंग साइट की गंदगी और दुर्गंध से निजात नहीं मिल पा रही है. स्थानीय निवासी विनोद स्वरूप ने बताया कि गंदगी से निजात पाने के लिए कई बार प्रदर्शन किया गया, लेकिन सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.

सुंदरनगर की चांदपुर डंपिंग साइट.

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नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि एनजीटी के निर्देश व प्रदेश शहरी विकास विभाग के सहयोग से पॉलिवेस्ट मेनेजमेंट रूल 2016 के तहत शहर के हर घर से नप. के वाहनों द्वारा डोर टू डोर कूड़ा उठाया जा रहा है. इसके उन्होंने बताया कि डंपिंग साईट पर कई वर्षों से पड़े हुए कूड़े को साफ करने के लिए सरकार की सहायता ली जा रही है.

सरकार की तरफ से ट्रॉमेल, कंपैक्टर सहित इंसिनेटर मशीनें उपलब्ध करवाई जा रही हैं. अशोक शर्मा ने बताया कि न गलने व सडने वाला कूड़ा बिलासपुर जिला के बरमाणा सीमेंट फैक्ट्री में नष्ट होने के लिए भेजा रहा है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े की बीच रहना नर्क के समान है.

लोकेशन सुंदरनगर :
स्लग :
पीएम मोदी के स्वछता अभियान को नगर परिषद सुंदरनगर लगा रहा दाग,
पिछले कई दशकों से शहरी व पंचायत क्षेत्रों से इकठा होने वाला हजारों टन कूड़ा बना गले की फ़ांस,
नगर परिषद सुंदरनगर की चांदपुर डंपिंग साइट का काम सिरे नहीं चढ़ने से स्थानीय जनता परेशान,
सत्ता सुख भोगने के बाद कोई भी राजनीतिक दल इस ओर ध्यान नहीं कर पाया केंद्रित,
स्थानीय लोगो का कहना यहाँ पर जिंदगी जिन नर्क के समान,
डंपिंग साइट से सटे रोपा व अन्य पंचायतों की जनता समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित,
नप के अधिकारियों का कहना मैनुअल तरीके से डंपिंग साईट पर किया जा रहा कार्य, फिर भी डंपिंग साईट नहीं हो रही खाली।

सुंदरनगर (नितेश सैनी)

एकर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए स्वच्छ भारत मिशन पर हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिला मंडी में पिछले कई दशकों से शहरी व नगर पंचायत क्षेत्रों से इकठा होने वाला हजारों टन कूड़ा सरकार सहित प्रशासन के लिए गले की फांस बन गया है। एैसे ही बदतर हालात मंडी जिला के सुंदरनगर में सरेआम देखे हा सकते है। पिछले कई दशकों से नगर परिषद सुंदरनगर की चांदपुर स्थित डंपिंग साइट का काम सिरे नहीं चढ़ सका है। हैरानी की बात यह है कि कोई भी राजनीतिक दल डंपिंग साइट को लेकर पैरवी नहीं कर पाया है। इस बात को लेकर सुंदरनगर की जनता में भारी रोष है। प्रदेश में पहले कांग्रेस और फिर भाजपा की सरकार ने प्रदेश का नेतृत्व कर सत्ता सुख भोगा लेकिन कोई भी राजनीतिक दल इस ओर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाया है। न तो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोई बड़ा प्लान तैयार हो सका है और न ही वर्तमान भाजपा सरकार अभी तक सुंदरनगर की डंपिंग साइट को सही ढंग से स्थापित करने की दिशा में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकी है। पिछले कई वर्षों से सुंदरनगर के चांदपुर में हजारो टन कूड़ा-कचरा रोजाना डंप किया जाता है जिससे इस क्षेत्र के हजारों लोगों को हर रोज गंदगी व जानलेवा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। विशेष तौर पर बरसात और गर्मी के दिनों में रोपा की जनता चांदपुर में डंप की गई गंदगी से हालात भयावह हो जाते है। इसके अलावा इस डंपिंग साइट के आसपास के क्षेत्र की जनता को भी डंपिंग साइट की गंदगी और दुर्गंध से निजात नहीं मिल पाई है। कुल मिलाकर सरकार व प्रशासन के इस उदासीन रवैए से यहां के लोगों का जीवन नरक के समान हो चुका है। विशेष तौर पर चांदपुर स्थित डंपिंग साइट से सटे रोपा व अन्य पंचायतों के क्षेत्र की जनता इस समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इस समस्या के संदर्भ में रोपा, भरजवाणु, जुगाहण के साथ लगते गांव के लोगो ने कई बार शासन और प्रशासन को अवगत भी करवाया है और कई मोर्चे खोले व संघर्ष प्रदर्शन भी किए हैं। लेकिन किसी भी राजनीतिक दल और नगर परिषद के अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ है। ऐसा नहीं है कि डंपिंग साइड के जीर्णोद्धार और आधुनिकीकरण के लिए विभाग के पास बजट नहीं है लेकिन बजट होने के बावजूद यहां पर रोजाना फेंके जा रहे हजारों टन कूड़े-कचरे का सही तरह से निष्पादन नहीं हो पाता है। मौके के हालात को लेकर स्थानीय निवासी विनोद स्वरूप ने कहा कि इस स्थान पर रहना नर्क के समान है। गंदगी से निजात के लिए क्षेत्र के लोगों ने कई बार प्रदर्शन किए और बार-बार सरकार को कोई कारगर कदम उठाने को लेकर चेतावनी दी है। लेकिन आज तक डंपिंग साईट की गंदगी से लोगों को निजात नहीं मिल पाई है।  इस प्रदूषण के कारण लोग बीमार पडऩा शुरू हो गए है और यहां पर कभी भी महामारी फैल सकती है।

बाइट 01 : स्थानीय निवासी विनोद स्वरूप

वीओ : डंपिंग साईट पर काम करने वाले मजूदर विकास कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने कहा की डंपिंग साईट पर भारी प्रदूषण का सामना करना पड़ता है लेकिन रोजी रोटी के लिए सब सहन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा की यहाँ पर वायों गैस प्लांट लगाने की बात कही जा रही है जिस के प्रयास भी जारी है लेकिन कब तक गैस प्लांट लगाया जाता है यह देखने योग्य बात है।

बाइट 02 : विकास कुमार डंपिंग साईट पर काम करने वाला मजदुर

वीओ : जानकारी देते हुए नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा की एनजीटी के दिशानिर्देश व प्रदेश शहरी विकास विभाग के सहयोग से पॉलिवेस्ट मेनेजमेंट रूल 2016 के तहत शहर के हर घर से नप के वाहनों द्वारा डोर टू डोर कूड़ा उठाया जा रहा है। सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। इसके उपरांत इकठा किया गया कूड़ा वाहनों के माध्यम से डंपिंग साईट पर पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डंपिंग साईट पर कई वर्षों से पड़े हुए कूड़े को साफ करने के लिए सरकार की सहायता ली जा रही और सरकार की तरफ से ट्रॉमेल,कंपैक्टर सहित इंसिनेटर मशीनें उपलब्ध करवाई जा रही है। इन्हें जल्द की डंपिंग साईट पर स्थापित किया जाएगा। अभी मैनुअल तरीके से डंपिंग साईट पर काम किया जा रहा है लेकिन फिर भी डंपिंग साईट खाली हो रही है जिस के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। न गलने व सडऩे वाला कूड़ा बिलासपुर जिला के बरमाणा सीमेंट फैक्ट्री में नष्ट होने के लिए भेजा रहा है। 

बाइट 03 : अशोक शर्मा कार्यकारी अध्यक्ष नगर परिषद सुंदरनगर
Last Updated : May 28, 2019, 2:49 PM IST
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