करसोग/मंडीः जिला मंडी के करसोग क्षेत्र में लोगों की परेशानियां कम नहीं हो रही हैं. सरकार ने करसोग सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट तो तैनात कर दिया है, लेकिन अब करसोग सिविल अस्पताल से अल्ट्रासाउंड की मशीन नहीं है. ऐसे में अब बड़ा सवाल पैदा हो गया है कि बिना अल्ट्रासाउंड मशीन के रेडियोलॉजिस्ट क्या काम करेगा.
करसोग सिविल अस्पताल में दो दिन पहले ही रेडियोलॉजिस्ट ने ज्वाइन किया है, लेकिन मशीन न होने से मरीजों का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाएगा. ऐसे में अब अस्पताल आने वाले लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है.
जानकारी के मुताबिक करसोग में जो अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई है, उसे कहीं अन्य स्थान के लिए ले जाया गया है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने अल्ट्रासाउंड मशीन को वापस सिविल अस्पताल लाने के लिए पत्राचार की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
वहीं, जनता ने भी सरकार से अल्ट्रासाउंड मशीन को वापस लाने की मांग की है, ताकि करसोग की जनता को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े. बता दें कि प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल के लिए पांच विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात करने के आदेश जारी किए हैं. इसमें रेडियोलॉजिस्ट सहित सर्जरी के डॉक्टर ने अभी ज्वाइन किया है.
चार साल बाद मिला रेडियोलॉजिस्ट
करसोग सिविल अस्पताल में साल 2016 से रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली चल रहा था. इस कारण मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. खासकर गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए शिमला और मंडी के चक्कर काटने पड़ रहे थे. इससे लोगों का समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा था, लेकिन अब रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के बाद भी अल्ट्रासाउंड मशीन न होने से परेशनियों ने अभी लोगों का पीछा नहीं छोड़ा है.
इस बारे में कार्यकारी बीएमओ डॉ कंवर गुलेरिया ने बताया कि अल्ट्रासाउंड मशीन सीएमओ की कस्टडी में है. इसे वापस लाने के लिए पत्राचार किया गया है. सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के ज्वाइन करने के बाद फिर से मशीन को वापस लाने के लिए मामला सीएमओ से उठाया गया है, ताकि अस्पताल में कार्य सुचारू रूप से चले.
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