करसोग: उपमंडल करसोग में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम की योजनाओं को अब और पारदर्शी व जवाबदेह बनाया गया है. इसके लिए उपमंडल की सभी पंचायतों में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम को लागू किया गया है. इस एप के माध्यम से मनरेगा श्रमिकों का कार्यस्थल पर काम करते वक्त फोटो लेकर अपलोड किया (National Mobile Monitoring System In Karsog) जाएगा. ऐसे में मनरेगा श्रमिकों की रियल टाइम हाजिरी लगेगी. जिसके आधार पर मनरेगा श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान किया जाएगा.
इस एप के माध्यम से वार्ड सदस्यों को योजना स्थल से सुबह 11 बजे तक और दोपहर बाद 2 से 5 बजे के बीच काम करते हुए श्रमिकों का फोटो अपलोड करना होगा. विभाग ने इस व्यवस्था को सभी पंचायतों में अनिवार्य कर दिया है. करसोग विकासखंड के तहत भंडारनू पंचायत में इसी माह से नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम प्रभावी हो (Karsog Bhandranu Panchayat) गई है. जहां श्रमिकों की कार्य स्थल पर फोटो कैप्चर करके एप के माध्यम से फोटो अपलोड करके हाजिरी लग रही है. इसके साथ जिन पंचायतों में मस्टररोल जारी किए जा रहे हैं, यहां भी इस व्यवस्थ को साथ ही साथ लागू किया जा रहा है.
चार फरवरी तक के आंकड़े के मुताबिक करसोग विकासखंड में कुल जॉब कार्डों की संख्या 42,688 है. इसमें एक्टिव जॉब कार्ड की संख्या 36479 है. ऐसे में विकासखंड के अंतर्गत इतने परिवार केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी मनरेगा योजना का लाभ उठाकर आजीविका चला रहे हैं.
बीडीओ सुतेंद्र ठाकुर का कहना है कि करसोग में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम को लागू किया (National Mobile Monitoring System In Karsog) गया है. अभी भंडारनु पंचायत में पूरी तरह से इस व्यवस्था को प्रभावी किया गया है. उन्होंने कहा कि विकासखंड की अन्यों पंचायतों में भी मस्टररोल जारी होने के साथ ही इस एप के माध्यम से श्रमिकों की हाजिरी लगेगी. इस बारे में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
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