मंडीः प्रदेश के हमीरपुर जिला से कोरोना के दो मामले सामने आने के बाद करसोग प्रशासन और सतर्क हो गया है. हालांकि करसोग में कोरोना का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन प्रशासन कोरोना की स्थिति को लेकर पूरी नजर बनाए हुए है.
इसी कड़ी में शनिवार को करसोग के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला एसडीएम सुरेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में मॉक ड्रिल की गई. इसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित कर्मचारियों ने भाग लिया. इसमें हेल्थ विभाग, पंचायतीराज विभाग, आईपीएच, सहित आशा वर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल रहे.
इस दौरान करसोग के किसी भी क्षेत्र से अगर कोरोना का मामला सामने आता है, तो इस स्थिति से निपटने को लेकर अभ्यास किया गया. इसके अतिरिक्त सन्दिग्ध के ब्लड सैंपल लेने सहित ऐसे लोगों को क्वारंटाइन करने के बारे में पूर्वाभ्यास किया गया.
मॉक ड्रिल के दौरान डाक्टरों, नर्सों, आशा वर्कर व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को कोरोना के मरीज से डील करने के बारे में पूर्वाभ्यास हुआ. कोरोना से निपटने के लिए जिला स्तर पर आठ कमेटियां गठित की गई है.
आइसोलेशन के लिए 150 बेड की व्यवस्था:
करसोग प्रशासन किसी भी तरह की स्थिति से निपटने को तैयार है. प्रशासन ने सिविल अस्पताल सहित ममलेश्वर होटल चिंडी व पंचायत समिति के गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन सेंटर तैयार किये हैं. इसमें 150 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है.करसोग में विदेशों सहित बाहरी राज्यों से आये 454 लोगों को क्वारंटाइन पर रखा है.इसके अतिरिक्त प्रदेश के रेड जोन से भी 15 लोग आए हैं, इन्हें भो क्वारंटाइन किया गया है.
एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि करसोग में अगर कोरोना का मामला सामने आता है तो इस स्थिति से किस तरह निपटा जा सकता है, इस बारे में मॉक ड्रिल की गई है. उनका कहना है कि कोरोना से निपटने के लिए जिला स्तर पर आठ कमेटियां गठित की गई हैं. जो कोरोना का मामला सामने आने पर एक साथ कार्य करेगी.