मंडी: हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड की ओर से अक्टूबर महीने में धर्मशाला में ली गई विभिन्न ट्रेडों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब भी कोई भर्ती तकनीकी शिक्षा बोर्ड की ओर से इंस्ट्रक्टर पदों के लिए होती है तो हर बार इस तरह की लापरवाही और गड़बड़ के मामले सामने आते हैं.
परीक्षा देने आई मंजू बाला और उसके पति कमल किशोर का कहना है कि बोर्ड की ओर से दस्तावेज सत्यापन के लिए ऐसे अभ्यर्थियों को बुला लिया गया है जो कि लिखित परीक्षा में गैरहाजिर रहे हैं. उनका कहना है कि तकनीकी शिक्षा बोर्ड ने अपने चहेतों को ही नौकरी पर लगाना था तो यह लिखित परीक्षा का ड्रामा क्यों रचा गया और हजारों की तादाद में अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए धर्मशाला क्यों बुलाया गया.
बेरोजगार अनुदेशकों ने आरोप लगाया है कि सरकार और तकनीकी शिक्षा निदेशालय तत्काल प्रभाव से विभिन्न ट्रेडों के लिए तकनीकी शिक्षा बोर्ड की ओर से ली गई लिखित परीक्षा को रद्द करें और नए सिरे से कमीशन के आधार पर या बेच वाइज आईटीआई पास आउट इंस्ट्रकटर की ही भर्ती करे.
उन्होंने कहा कि इसमें धर्मशाला में विभिन्न ट्रेडों के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के लिए बुलाए गए अभ्यर्थियों के बाद दस्तावेज के मूल्यांकन के लिए ऐसे अभ्यर्थियों को बुला लिया गया है जो कि परीक्षा में गैरहाजिर पाए गए हैं.
अभ्यर्थी पास लिस्ट में नाम ना होने के बाद भी चुने गए हैं. दो कैंडिडेट पोस्ट कोड 102 में रोल नंबर 102008 और 102088 पास लिस्ट में इनका नाम न होने के बाद भी ये डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया और कोपा ट्रेड पोस्ट कोड 115 में भी पास लिस्ट में रोल नंबर 115037 नहीं है और वेरिफिकेशन में इसको भी बुलाया गया है.
साथ ही पोस्ट कोड 104 में भी रोल नंबर 104002 में धांधली की गई है. हर बार ये धांधली क्यों जो कैंडिडेट एग्जाम नहीं दे रहे वो पास कैसे हो जाते हैं. इस पर कड़ी से कड़ी कारवाई होनी चाहिए और धांधली करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
तकनीकी शिक्षा निदेशालय सुंदरनगर के उप निदेशक देवेंद्र राणा का कहना है कि यह परीक्षा तकनीकी शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की ओर से ली गई है. अगर इस तरह की अनियमितता पाई गई तो मामले की जांच की जाएगी. वहीं, शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प मे भी शिकायत दर्ज करवा दी है.