मंडी: खस्ताहालत हो चुकी सुंदरनगर की लाइब्रेरी अब नए रंग रूप में दिखेगा. अगले 6 महीनों में पुस्तकालय को संवारने के बाद ई-लाइब्रेरी के रूप में तैयार किया जाएगा. लाइब्रेरी के पुराने भवन के जीर्णोद्धार के लिए नगर परिषद ने कवायद शुरू कर दी है. जल्द ही इसके टेंडर जारी कर दिए जाएंगे.
नए सिरे से बनने वाली लाइब्रेरी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी. यहां पर हर आयु वर्ग के पाठकों के लिए पुस्तकें उपलब्ध होंगी, जबकि विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए पुस्तकें मिलेंगी.
लाइब्रेरी में होगी सुविधा
वहीं, छोटे बच्चों के लिए मनोरंजन, पढ़ाई और ज्ञान को बढ़ाने वाली किताबों को भी रखा जाएगा. लाइब्रेरी के साथ एक अलग से कमरे का निर्माण भी किया जाएगा. जहां टीवी देखने की सुविधा होगी और बुजुर्ग अपनी बातों को भी एक दूसरे के साथ साझा कर सकते हैं. यहां पर बच्चों के बैठने की व्यवस्था भी होगी, ताकि वे बुजुर्गों के माध्यम से बातें सुनें और उन्हें अपने जीवन में आत्मसात करें. लाइब्रेरी में आने वाले पाठकों को इसका सदस्य बनाया जाएगा और उनके महीने या वर्ष में सदस्यता के रूप में बेहद कम शुल्क लेकर उनके सदस्यता कार्ड भी बनाए जाएंगे.
1968 में हुआ लाइब्रेरी का निर्माण
पुस्तकालय का निर्माण 1968 में हुआ था. इंडो जर्मन की ओर से तैयार लाइब्रेरी के उस समय राधा कृष्ण प्रधान के रूप में कार्यरत थे. अब इस लाइब्रेरी को नए रूप में स्थापित करने की तैयारी नगर परिषद सुंदरनगर की ओर से जा रही है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस लाइब्रेरी
जानकारी देते हुए नगर परिषद सुंदरनगर के अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने बताया की लाइब्रेरी को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. उन्होंने कहा की लाइब्रेरी में युवाओं से लेकर बुजुर्गों को हर प्रकार की किताबें उपलब्ध करवाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि इसके तैयार होने के बाद इसे ई-लाइब्रेरी के रूप में स्थापित किया जाएगा. इसके लिए टेंडर निकाले जायेगे. लाइब्रेरी को नए रूप से स्थापित करना नगर परिषद सुंदरनगर का एक सराहनीय कदम है, जिससे आने वाले समय में क्षेत्र के हर एक व्यक्ति को सुविधा प्रदान होगी.
ये भी पढ़े:- सावधान! महिला की एक गलती और खाते से एक लाख रुपये गायब