मंडी: जिला मंडी के गोहर उपमंडल में मटर की तैयार फसल के निर्यात को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. चैलचौक सब्जी मंडी में गोहर, स्यांज, छपराहन, नांडी के किसान मटर लेकर आ रहे हैं, लेकिन पड़ोसी राज्यों में आढ़ती मटर का निर्यात कैसे करेंगे.
हालांकि, प्रशासन ने सब्जी लेकर पड़ोसी राज्यों में जाने के लिए करीब 2 दर्जन गाड़ियों को पास भी जारी किए है लेकिन कुछ चालक मटर लेकर पड़ोसी राज्यों में जाने से मना कर रहे हैं और कुछ जाने को तैयार हैं. जीप चालकों का मानना है कि अगर हम मटर को पंजाब गाड़ियों में ले भी जाते हैं तो रास्ते मे गाड़ी में खराबी आने पर परेशानी हो सकती है. पंक्चर या गाड़ी में खराबी आने पर सभी जगह दुकानें बंद होने से उत्पन्न समस्याओं से चालकों में हड़कंप है और वह गाड़ियों को ले जाने से कतरा रहे हैं.
गाड़ियों के चालकों व मालिकों ने प्रशासन को जोर देकर बताया कि गाड़ियां पंजाब तभी जा सकती हैं अगर मोटर मैकेनिक व टायर वालों की दुकानों को भी प्रशासन खोलने की अनुमति दे. सब्जी मंडी चैलचौक के प्रधान महेंद्र शर्मा के आग्रह पर शनिवार को एसडीएम गोहर अनिल भारद्वाज, थाना प्रभारी सुरम सिंह ने चैलचौक सब्जी मंडी में आढ़तियों और ट्रक टेम्पो यूनियनों के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें कोरोना महामारी को लेकर उचित दिशा निर्देश दिए.
एसडीएम ने कहा कि सब्जी मंडी को बंद नहीं किया जा सकता है मगर आढ़ती और चालक इस बात का खास ख्याल रखे कि कोरोना वायरस को बाहर से कोई साथ न ले आए और जो भी चालक गाड़ी लेकर पंजाब जाता है तो उसे कोरोना को लेकर पूरी एहतियात बरतने की हिदायतों से भी अवगत करवाया. इस समय क्षेत्र में करोड़ों के मटर की फसल को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है.
ये भी पढ़ें: कर्फ्यू के दौरान पुलिस बनी मसीहा, गर्भवती महिला को SHO ने पहुंचाया अस्पताल