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134 व्यक्तियों ने करवाया देहदान के लिए पंजीकरण, प्रत्‍यारोपण के साथ मेडिकल शिक्षा के लिए भी सहायक - श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज

श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के प्राचार्य ने समिति की बैठक में कहा कि देहदान करने के लिए पंजीकरण करने वालों की संख्या बढ़ चुकी है. समिति आने वाले समय में दान करने वाले लोगों को सम्मानित करेगी.

body donation in medical college
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Published : Aug 29, 2019, 10:53 AM IST

मंडी: लोगों को देहदान के लिए प्रेरित करने के सकारात्मक नतीजे मिलने लगे हैं. श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में देहदान के लिए पंजीकरण करने वालों की संख्या 134 हो गई है.

यह जानकारी श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के प्राचार्य और देहदान समिति के अध्यक्ष प्रो. रजनीश पठानिया ने कॉलेज परिसर में हुई देहदान समिति की बैठक में दी. पठाानिया ने कहा कि देहदान करने के लिए पंजीकरण औपचारिकताओं को और सरल बनाया जा रहा है.

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रजनीश पठानिया ने कहा कि ब्रेन डेड होने के बाद मुख्य प्रत्यारोपण में दिल, किडनी, आंखें, त्वचा, वाल्व को दान देकर ट्रांसप्लांट भी किया जा सकता है. इसके अलावा जिस वाहन में देह को लाया जाएगा उसके परिवहन का खर्च भी समिति वहन करेगी. इसके साथ-साथ देहदान मेडिकल शिक्षा में भी सहायक है. पठानिया ने कहा कि समिति आने वाले समय में दानी सज्जनों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करेगी.

मंडी: लोगों को देहदान के लिए प्रेरित करने के सकारात्मक नतीजे मिलने लगे हैं. श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में देहदान के लिए पंजीकरण करने वालों की संख्या 134 हो गई है.

यह जानकारी श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के प्राचार्य और देहदान समिति के अध्यक्ष प्रो. रजनीश पठानिया ने कॉलेज परिसर में हुई देहदान समिति की बैठक में दी. पठाानिया ने कहा कि देहदान करने के लिए पंजीकरण औपचारिकताओं को और सरल बनाया जा रहा है.

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रजनीश पठानिया ने कहा कि ब्रेन डेड होने के बाद मुख्य प्रत्यारोपण में दिल, किडनी, आंखें, त्वचा, वाल्व को दान देकर ट्रांसप्लांट भी किया जा सकता है. इसके अलावा जिस वाहन में देह को लाया जाएगा उसके परिवहन का खर्च भी समिति वहन करेगी. इसके साथ-साथ देहदान मेडिकल शिक्षा में भी सहायक है. पठानिया ने कहा कि समिति आने वाले समय में दानी सज्जनों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करेगी.

Intro:मंडी : लोगों को देहदान के लिए प्रेरित करने के सकारात्मक नतीजे मिलने लगे हैं। श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में देहदान के लिए पंजीकरण के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं। अस्पताल में देहदान के लिए पंजीकरण करवाने वालों की संख्या 134 हो गई है। श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के प्राचार्य तथा देहदान समिति के अध्यक्ष प्रो. रजनीश पठानिया ने कॉलेज परिसर में हुई देहदान समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी।
Body:प्रो. पठाानिया ने कहा कि देहदान करने वाले दानियों की पंजीकरण औपचारिकताओं को और सरल बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जिस वाहन में देह को लाया जाएगा उसके परिवहन का खर्च भी समिति वहन करेगी। उन्होंने कहा कि समिति आने वाले समय में दानी सज्जनों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि ब्रेन डेड होने के उपरान्त मुख्य प्रत्यारोपण में दिल, किडनी, ऑंखें, त्वचा, वाल्व को दान देकर ट्रांसप्लांट भी किया जा सकता है। इसके लिए भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके साथ साथ देहदान मेडिकल शिक्षा में सहायक है। कॉलेज में 120 छात्रों का नया बैच 2 सितम्बर से शुरू होगा। बैठक में चिकित्सा अधीक्षक व समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा, समिति की महासचिव डॉ. सुशीला के अलावा समिति सदस्यों में सहायक जिला न्यायवादी अजय कुमार और समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे। Conclusion:
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