करसोग/मंडी: प्रदेश सरकार भले ही अवैध खनन रोकने के लाख दावे कर रही हो, लेकिन हकीकत ये है मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी के तहत आने वाली आस्था की नगरी तत्तापानी में खुले आम अवैध खनन हो रहा है. यहां सतलुज नदी पर तत्तापानी में बनी झील में जलस्तर घटने के बाद रेत जमा हो गई है, जिससे खनन माफिया खुले आम खनन कर रहे हैं. आलम ये है कि यहां रात को जेसीबी से टिप्परों सहित पिकअप में रेत भरकर शिमला समेत मंडी के कई क्षेत्रों में रेत की सप्लाई की जा रही है.
खनन स्थल से कुछ दूर पुलिस नाका चौकी
हैरानी की बात है कि जिस जगह पर खनन हो रहा है, वहां से कुछ मीटर की दूरी पर करसोग थाना की पुलिस नाका चौकी है. ऐसे में खनन माफिया मबिना खौंफ के गाड़ियों में रेत भरकर ले जा रहे हैं. हालांकि स्थानीय लोगों ने इसकी लिखित शिकायत स्टेट जियोलॉजिस्ट सहित एसडीएम से की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में लोगों को झील के किनारे किसी भी तरह की अनहोनी घटना का अंदेशा बना हुआ है. यहीं नहीं अवैध खनन की इस खुली लूट की वजह से सरकारी खजाने को भी लाखों की चपत लग रही हैं. लोगों ने अब मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करके उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
खनन विभाग को है मामसे की जानकारी
माइनिंग ऑफिसर मंडी शैलजा चौधरी ने बताया कि अवैध खनन की शिकायत प्राप्त हुई है, जिससे कौल डैम अथॉरिटी को तार बंदी करने और एसडीएम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि विभाग खुद भी इस पर कार्रवाई कर रहा है और अब तक कई चालान भी काटे गए हैं. डीएसपी गीतांजली ठाकुर ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आते ही तत्तापानी चौकी प्रभारी से भी इस बारे में रिपोर्ट मांगी जा रही है.
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि अवैध खनन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए जा रहे हैं.
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