मंडी: जिस आशियाने को काशन पंचायत के प्रधान खेम सिंह ने बड़े अरमानों के साथ बनाया था और जहां उसके अपने और उसके भाई के बच्चों की किलकारियां गूंजती थी, उसे क्या पता था कि एक दिन ऐसा बारिश का मंजर आएगा कि सब कुछ उसी आशियाने के अंदर खामोश रात में बारिश की तेज फुहारों में शांत हो जाएगा. बारिश की यह रात खेम सिंह के भाई झाबे राम को ऐसे जख्म दे गई जिसे वह ताउम्र नहीं भूल पाएगा.
अपने दिल पर पत्थर रख उसने अपनी पत्नी, बच्चों सहित भाई व उसके परिवार का अंतिम संस्कार कैसे (7 people Funeral in Kashan village) किया होगा यह सोचकर ही किसी की रूह कांप उठेगी. होनी ने परिवार के एक सदस्य झाबे राम को जिस तरह से बचाया, उससे ईश्वर के प्रति आस्था कहीं न कहीं बढ़ती है. लेकिन उसे भी परिवार के बगैर जीवन रूपी इस नाव पर सवार होकर पार पाना इतना आसान नहीं होगा. जहां उसके नन्हे-मुन्ने बच्चे उसकी गोद में खेला करते थे वहीं, अब यह पहाड़ सी जिन्दगी अपने लाडलों के बगैर जीना उसके लिए आसान नहीं होगा.
हादसे का मंजर देख हर आंख हुई नम: गौरतलब है की शुक्रवार को गोहर उपमंडल के तहत आने वाले काशन गांव में पंचायत प्रधान के घर पर गिरे मलबे में दबने से 8 लोगों (8 people died in Kashan village) की मौत के बाद क्षेत्र में मातम का माहौल है. वहीं, देर शाम काशन खड्ड में एक साथ 7 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया. 8वां शव खेम सिंह के ससुर का था, जिन्हे उनके घर भेजा गया. ससुर डागु राम, काढ़ि खड़ूहल के रहने वाले थे. ऐसे में उनका शव वहीं भेजा गया. खेम सिंह का ससुर बीती रात ही अपनी बेटी के घर पर आया हुआ था. अंतिम संस्कार के समय हर आंख नम दिखी.
बता दें कि बीती रात करीब दो बजे काशन पंचायत के प्रधान खेम सिंह के घर पर पहाड़ी से भारी मलबा आकर गिर गया. रात करीब साढ़े तीन बजे प्रशासन को इसकी सूचना मिली और प्रशासन ने रात को ही राहत एवं बचाव दल को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया. लेकिन चारों तरफ से रास्ते बंद होने के कारण राहत एवं बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
सड़कों से मलबा हटाने के बाद मशीनरी घटनास्थल पर पहुंचाई (heavy rain in mandi) गई और उसके बाद मलबा हटाने का कार्य शुरू हो सका. जिसके बाद घर में सो रहे सभी 8 लोगों के शव बरामद किए गए. मृतकों मे पंचायत प्रधान खेम सिंह, उनकी धर्मपत्नी तथा दो बच्चे और छोटे भाई झाबे राम की पत्नी और उनके दो बच्चे व खेम सिंह का ससुर शामिल है. खेम सिंह का ससुर बीती रात ही अपनी बेटी के घर पर आया हुआ था. मृतक खेम सिंह के बुजुर्ग माता-पिता और छोटा भाई झाबे राम हादसे के समय घर पर मौजूद नहीं थे. अब यही तीन लोग इस परिवार में शेष रह गए हैं.
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