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पंचतत्व में विलिन हुए पंडित सुखराम, संचार क्रांति के मसीहा तो राजनीति के कहे जाते थे चाणक्य - Late Pandit Sukhram

संचार क्रांति के मसीहा कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पंडित सुखराम का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलिन हो गया (Pandit Sukh Ram last rites) है. लोगों ने नम आंखों से अपने चहेते नेता को अंतिम विदाई दी. पढ़ें पूरी खबर...

Pandit Sukh Ram last rites
पंचतत्व में विलिन हुए पंडित सुखराम
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Published : May 12, 2022, 4:20 PM IST

मंडी: संचार क्रांति के मसीहा और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पंडित सुखराम का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलिन हो गया (Pandit Sukh Ram last rites) है. आज गुरुवार को हनुमानघाट स्थित शमशानघाट पर दिवंग्त पंडित सुखराम (Late Pandit Sukhram) का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके बेटे और पोतों ने पार्थिव देह को मुखाग्नि दी. इससे पहले उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा.

सुबह करीब साढ़े दस बजे बाड़ी गुमाणू स्थित उनके निवास से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई जिसमें बड़ी संख्या में परिजनों, रिश्तेदारों, नेताओं और उनके समर्थकों ने भाग (pandit sukh ram passes away) लिया. पंडित सुखराम की पार्थिव देह को ऐतिहासिक सेरी मंच पर दर्शनों के लिए रखा गया जहां आम लोगों सहित देश भर के नेताओं ने आकर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए. सीएम जयराम ठाकुर भी श्रद्धांजलि देने यहां आए. उन्होंने पंडित सुखराम को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद उनके बेटे अनिल शर्मा और पोते आश्रय व आयुष शर्मा को सांत्वना देकर ढांढस बंधाया.

Pandit Sukh Ram last rites
अनिल शर्मा को सांत्वना देते हुए सीएम जयराम ठाकुर

जयराम ठाकुर ने कहा कि पंडित सुखराम ने देश और प्रदेश में जो संचार क्रांति लाई है उसे देश कभी नहीं भुला सकता. हिमाचल जैसे पहाड़ी प्रदेश के गांव-गांव तक उन्होंने टेलिफोन पहुंचाया जिससे प्रदेश में संचार क्रांति की लहर आई और लोगों को संवाद करना आसान हुआ. उन्होंने कहा कि प्रदेश ने एक महान नेता खोया है जिसकी कमी कभी पूरी नहीं की जा सकती. इस मौके पर पूर्व सीएम प्रो. प्रेम कुमार धूमल भी श्रद्धा सुमन अर्पित करने सेरी मंच पहुंचे. उन्होंने अनिल शर्मा और आश्रय शर्मा को ढांढस बंधाया.

Pandit Sukh Ram last rites
अनिल शर्मा का ढांढस बंधाते हुए प्रो. प्रेम कुमार धूमल

प्रो. धूमल ने कहा कि पंडित सुखराम वादे के पक्के थे. उन्होंने गठबंधन करके भाजपा की सरकार बनाने में अपना योगदान दिया था और पूरे पांच वर्षों तक सरकार को चलाने में भी सहयोग किया. हालांकि बहुत से लोगों ने उन्हें भड़काने का प्रयास किया लेकिन वो अपने वादे से कभी पीछे नहीं हटे. उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता. इस मौके पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, सुरेश भारद्वाज, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, प्रकाश चौधरी और प्रदेश भर से आए कांग्रेस और भाजपा के कई विधायक व नेता मौजूद रहे. पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी की तरफ से पंडित सुखराम को श्रद्धांजलि अर्पित की.

ये भी पढ़ें: पिता के अधूरे सपनों को पूरा करेगा पुत्र, पोता लिखेगा दादा के जीवन पर किताब

मंडी: संचार क्रांति के मसीहा और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पंडित सुखराम का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलिन हो गया (Pandit Sukh Ram last rites) है. आज गुरुवार को हनुमानघाट स्थित शमशानघाट पर दिवंग्त पंडित सुखराम (Late Pandit Sukhram) का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके बेटे और पोतों ने पार्थिव देह को मुखाग्नि दी. इससे पहले उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा.

सुबह करीब साढ़े दस बजे बाड़ी गुमाणू स्थित उनके निवास से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई जिसमें बड़ी संख्या में परिजनों, रिश्तेदारों, नेताओं और उनके समर्थकों ने भाग (pandit sukh ram passes away) लिया. पंडित सुखराम की पार्थिव देह को ऐतिहासिक सेरी मंच पर दर्शनों के लिए रखा गया जहां आम लोगों सहित देश भर के नेताओं ने आकर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए. सीएम जयराम ठाकुर भी श्रद्धांजलि देने यहां आए. उन्होंने पंडित सुखराम को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद उनके बेटे अनिल शर्मा और पोते आश्रय व आयुष शर्मा को सांत्वना देकर ढांढस बंधाया.

Pandit Sukh Ram last rites
अनिल शर्मा को सांत्वना देते हुए सीएम जयराम ठाकुर

जयराम ठाकुर ने कहा कि पंडित सुखराम ने देश और प्रदेश में जो संचार क्रांति लाई है उसे देश कभी नहीं भुला सकता. हिमाचल जैसे पहाड़ी प्रदेश के गांव-गांव तक उन्होंने टेलिफोन पहुंचाया जिससे प्रदेश में संचार क्रांति की लहर आई और लोगों को संवाद करना आसान हुआ. उन्होंने कहा कि प्रदेश ने एक महान नेता खोया है जिसकी कमी कभी पूरी नहीं की जा सकती. इस मौके पर पूर्व सीएम प्रो. प्रेम कुमार धूमल भी श्रद्धा सुमन अर्पित करने सेरी मंच पहुंचे. उन्होंने अनिल शर्मा और आश्रय शर्मा को ढांढस बंधाया.

Pandit Sukh Ram last rites
अनिल शर्मा का ढांढस बंधाते हुए प्रो. प्रेम कुमार धूमल

प्रो. धूमल ने कहा कि पंडित सुखराम वादे के पक्के थे. उन्होंने गठबंधन करके भाजपा की सरकार बनाने में अपना योगदान दिया था और पूरे पांच वर्षों तक सरकार को चलाने में भी सहयोग किया. हालांकि बहुत से लोगों ने उन्हें भड़काने का प्रयास किया लेकिन वो अपने वादे से कभी पीछे नहीं हटे. उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता. इस मौके पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, सुरेश भारद्वाज, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, प्रकाश चौधरी और प्रदेश भर से आए कांग्रेस और भाजपा के कई विधायक व नेता मौजूद रहे. पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी की तरफ से पंडित सुखराम को श्रद्धांजलि अर्पित की.

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