मंडीः हिमाचल प्रदेश के मैदानी क्षेत्र इन दिनों घने कोहरे की मार झेल रहे हैं, इस कारण लोगों को जहां प्रचंड ठंड से जूझना पड़ रहा है. वहीं, वाहन चालकों को कोहरे की मार से खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. कोहरे की वजह से लोगों को धूप के दर्शन करने के लिए 11:00 बजे तक का इंतजार करना पड़ रहा है.
इसके अलावा नेशनल हाईवे चंडीगढ़ मनाली पर इन दिनों रोजाना कोहरा छाया रहने के बाद विजिबिलिटी बहुत कम हो जाती है और वाहन चालकों को गाड़ी चलाते समय काफी दिक्कतें पेश आती हैं, जिससे दुर्घटना होने के ज्यादा आसार बढ़ जाते हैं. सड़क पर गाड़ी चलते समय दुर्घटना का मुख्य कारण लापरवाही और ओवर स्पीड ही रहता है और ऐसे वाहन चालकों के पुलिस लगातार चालान भी करती है.
विजिबिलिटी कम होने की समस्या
सर्दियों में कोहरे की चादर के बीच वाहन चलाना खतरे को न्योता देने से कम नहीं. क्योंकि कोहरे में विजिबिलिटी इतनी कम होती है कि थोड़ी सी लापरवाही जिंदगी पर भारी पड़ सकती है. सर्दियों में कोहरे की चादर ज्यादातर हादसों की वजह भी बनती है. इसलिए इस दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. हिमाचल के मंडी समेत कई इलाके इन दिनों कोहरे की चादर में लिपटे हैं. खासकर हाइवे पर छाया घना कोहरे वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बनता है, जिससे निपटने के लिए पुलिस भी लोगों को जागरूक करती है और कोहरे में वाहन चलाने के टिप्स देती है.
कोहरे की चादर में सावधानी है जरूरी
- कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय ओवर स्पीड़िंग से बचना चाहिए
- कोहरे के दौरान ओवरटेक करने से बचें
- दूसरे वाहनों से उचित दूरी बनाकर रखें
- फॉग लाइट का इस्तेमाल करें
- घना कोहरा होने पर पार्किंग लाइट्स भी जला सकते हैं
- ओवरटेक करने से बचें
इस दौरान जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी आशीष शर्मा ने कहना है कि बल्ह थाना के तहत अधिकतर कोहरे की मार रहती है, जिसके लिए समय-समय पर वाहन चालकों को कोहरे और धुंध में गाड़ी को कम स्पीड पर चलाने की हिदायत भी दी जाती है. उन्होंने कहा कि मंडी जिला पुलिस ने पिछले साल ओवरस्पीड के दो हजार से ज्यादा चालान किए थे. वहीं, जनवरी के पहले हफ्ते में 300 के करीब चालान पुलिस कर चुकी है.
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