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देवता ने सुनी गूर की फरियाद, बूंदाबांदी होते ही खूब लगे देव कमरूनाग के जयकारे

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Published : Feb 17, 2021, 4:15 PM IST

कई दिनों से ग्रामीण सूखे कि स्थिति से निपटने के लिए देव कमरूनाग के दरबार में हाजिरी भर बारिश की गुहार लगा रहे थे. लाठी परिवार से संबंध रखने वाले देवता के पुराने गूर ठाकर दास की प्रार्थना के बाद कुछ क्षेत्रों में बारिश हुई. इनके इस प्रयास से क्षेत्र के ग्रामीण खुशी से झूम उठे और लोग देव कमरूनाग के जयकारे लगाने लगे.

devotees pray Gdeity in Kaunarunag of Mandi
फोटो.

मंडी : क्षेत्र में पड़ रहे सूखे को लेकर ग्रामीणों की देव कमरूनाग के प्रति आज भी आस्था बरकरार है. कई दिनों से ग्रामीण सूखे कि स्थिति से निपटने के लिए देव कमरूनाग के दरबार में हाजिरी भर बारिश की गुहार लगा रहे थे.

पुराने व नए गूरों को देवता के समक्ष प्रार्थना का पूरा मौका दिया गया, जिसमें कोई भी गूर देवता को मनाने में सफल नही रहा, लेकिन मंगलवार को देव कमरूनाग के देवस्थल कुफरी धार माहरन में गोहर प्रशासन के सामने बारिश के लिए देवता को मनाने के लिए धूप जलाकर प्रयास किया गया, जिससे आसमान में अचानक बादल घिर आए.

देव कमरूनाग के लगे जयकारे

यह करिश्मा लाठी परिवार से संबंध रखने वाले देवता के पुराने गूर ठाकर दास ने कर दिखाया है. इनके इस प्रयास से क्षेत्र के ग्रामीण खुशी से झूम उठे. इतना ही नहीं देखते ही देखते बारिश का माहौल बन गया और हल्की बूंदाबांदी हो गई. लोग देव कमरूनाग के जयकारे लगाने लगे.

गूर की पदवी से नवाजा जाता है लाठी परिवार

इससे पहले कमरूनाग के समक्ष गूर नीलमणि पूर्व में गूर रहे धर्म दत्त, हेतराम ठाकुर और अन्य 4 गूर देवता के समक्ष बारिश के लिए अपनी-अपनी प्रार्थना कर चुके हैं. इस मौके पर प्रशासन की तरफ से इलाका तहसीलदार गोहर जय गोपाल ने कहा कि लाठी परिवार से पुराना या नया गूर जो भी देवता को मनाने में कामयाब होता है, उसे देवता के गूर की पदवी से नवाजा जाता है.

क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी

इसके अलावा उसे ही देवता की संपत्ति सौंपी जाती है. आज तहसीलदार की उपस्थिति में ग्राम पंचायत गोहर, वासा, देलग टिकरी, बस्सी, स्यांज, छपराहाण, मोवी सैरी इत्यादि आसपास के पंचायतों के लोग बारिश की आस में देवस्थल कुफरीधार में एकत्र हुए थे और शाम होते-होते क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हो गई.

ये भी पढ़ेंः लाहौल स्पीति: कैमरे में कैद हुई मादा हिम तेंदुआ, साथ में 2 शावक भी आए नजर

मंडी : क्षेत्र में पड़ रहे सूखे को लेकर ग्रामीणों की देव कमरूनाग के प्रति आज भी आस्था बरकरार है. कई दिनों से ग्रामीण सूखे कि स्थिति से निपटने के लिए देव कमरूनाग के दरबार में हाजिरी भर बारिश की गुहार लगा रहे थे.

पुराने व नए गूरों को देवता के समक्ष प्रार्थना का पूरा मौका दिया गया, जिसमें कोई भी गूर देवता को मनाने में सफल नही रहा, लेकिन मंगलवार को देव कमरूनाग के देवस्थल कुफरी धार माहरन में गोहर प्रशासन के सामने बारिश के लिए देवता को मनाने के लिए धूप जलाकर प्रयास किया गया, जिससे आसमान में अचानक बादल घिर आए.

देव कमरूनाग के लगे जयकारे

यह करिश्मा लाठी परिवार से संबंध रखने वाले देवता के पुराने गूर ठाकर दास ने कर दिखाया है. इनके इस प्रयास से क्षेत्र के ग्रामीण खुशी से झूम उठे. इतना ही नहीं देखते ही देखते बारिश का माहौल बन गया और हल्की बूंदाबांदी हो गई. लोग देव कमरूनाग के जयकारे लगाने लगे.

गूर की पदवी से नवाजा जाता है लाठी परिवार

इससे पहले कमरूनाग के समक्ष गूर नीलमणि पूर्व में गूर रहे धर्म दत्त, हेतराम ठाकुर और अन्य 4 गूर देवता के समक्ष बारिश के लिए अपनी-अपनी प्रार्थना कर चुके हैं. इस मौके पर प्रशासन की तरफ से इलाका तहसीलदार गोहर जय गोपाल ने कहा कि लाठी परिवार से पुराना या नया गूर जो भी देवता को मनाने में कामयाब होता है, उसे देवता के गूर की पदवी से नवाजा जाता है.

क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी

इसके अलावा उसे ही देवता की संपत्ति सौंपी जाती है. आज तहसीलदार की उपस्थिति में ग्राम पंचायत गोहर, वासा, देलग टिकरी, बस्सी, स्यांज, छपराहाण, मोवी सैरी इत्यादि आसपास के पंचायतों के लोग बारिश की आस में देवस्थल कुफरीधार में एकत्र हुए थे और शाम होते-होते क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हो गई.

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