मंडी: सवर्ण आयोग के गठन व अन्य लंबित मांगें पूरी ना होने के बाद देवभूमि क्षत्रिय संगठन व सवर्ण मोर्चा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. संगठन ने उपचुनावों में दोनों प्रमुख दलों कांग्रेस और बीजेपी का बहिष्कार करने का मन बना लिया है. रविवार को मंडी में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता के दौरान देवभूमि क्षत्रिय संगठन व देवभूमि सवर्ण मोर्चा के पदाधिकारियों ने हिमाचल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य और केंद्र सरकार द्वारा सामान्य वर्ग के हितों की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिसके विरोध में उन्होंने उपचुनावों में नोटा बटन दबाने का निर्णय लिया है. केंद्र सरकार सहित हिमाचल की प्रमुख राजनीतिक पार्टियां बीजेपी व कांग्रेस दोनों ने ही सामान्य वर्ग में व्यापक आक्रोश को गंभीरता से नहीं लिया है.
देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रोमिन ठाकुर ने कहा कि शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने विधानसभा में व्यक्तिगत रूप से सवर्ण आयोग के गठन की बात कही था. बावजूद इसके किसी ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. सामान्य वर्ग के न्याय व अन्य मौलिक अधिकारों पर हो रहे कुठाराघात को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा चुप्पी साधने पर अब उपचुनावो में सबक सिखाने का निर्णय लिया गया है.
इस मौके पर देवभूमि सवर्ण मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मदन ठाकुर, क्षत्रिय संगठन जिला अध्यक्ष सुधीर सेन, स्टेट कमेटी मेंबर राकेश ठाकुर मंडोत्रा, आईटी जिला प्रभारी मनीष ठाकुर मंडोत्रा सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
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