मंडी: भारत की जनवादी नौजवान सभा (Democratic Youth Federation of India Association Mandi) ने जिला पुस्तकालय को पुलिस अधीक्षक मंडी के भवन से किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की है. सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही पुस्तकालय में बैठ (youth association memorandum to dc Mandi) सकते हैं. ऐसे में पुस्तकालय में जगह कम होने के कारण अन्य विद्यार्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नौजवान सभा का कहना है कि जिला पुस्तकालय में 3 हजार से अधिक विद्यार्थी पंजीकृत है, लेकिन पुस्तकालय में 100 के करीब ही विद्यार्थी बैठ सकते हैं.
वीरवार को भारत की जनवादी नौजवान सभा का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी से मिला और उन्हें इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपा. वहीं भारत की जनवादी नौजवान सभा ने शहर में संचालित किए जा रहे निजी पुस्तकालयों से विद्यार्थियों से भारी भरकम फीस वसूलने के भी आरोप लगाए हैं. नौजवान सभा का कहना है कि शहर में निजी पुस्तकालय विद्यार्थियों से 1 महीने की 1500 तक फीस वसूल (Mandi library transfer demand) रहे हैं.
नौजवान सभा का कहना है कि जिला पुस्तकालय को कहीं और आमंत्रित करने के लिए वे कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी मांग को दरकिनार किया जा रहा है. भारत की जनवादी नौजवान सभा राज्य अध्यक्ष सुरेश सरवाल ने कहा कि विद्यार्थियों को जिला पुस्तकालय में स्थान न मिल पाने के कारण मजबूरन निजी पुस्तकालयों में जाना पड़ रहा है. उन्होंने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से मांग की है कि जिला पुस्तकालय की क्षमता को बढ़ाया जाए और इसे अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाए ताकि युवा वर्ग अपनी परीक्षाओं की तैयारी सही ढंग से कर सकें.
वहीं उन्होंने निजी पुस्तकालय की लूट पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यदि जिला प्रशासन इस समस्या का जल्द समाधान नहीं करती है तो नौजवान सभा को मजबूरन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा. इस मौके पर भारत की जनवादी नौजवान सभा के सदर सचिव वेद कुमार सदर प्रधान भूपेंद्र कुमार, एसएफआई जिला अध्यक्ष अनिल सहित नागरिक मंच के पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
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