शिमलाः हिमाचल प्रदेश में लगातार करोना का कहर जारी है. दूसरी तरफ करोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. राजधानी शिमला में कारोना के मामलों और मौत के आंकड़ों में सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. अकेले जिला शिमला में ही बीते 24 घंटों में 10 मौतें हो चुकी हैं.
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी की स्थिति यह है कि वार्ड में कोरोना पॉजिटिव के शव घंटों पड़े रहते हैं और शवों को उठाने वाले कर्मी नशे में धुत रहते हैं. इस बात का खुलासा शुक्रवार को तब हुआ जब 10 लोगों की कोरोना से मौत हो गई और शवों को उठाने के लिए कोई भी कर्मी नहीं था. मरीजों के तीमारदार आईजीएमसी में परेशान हो रहे थे और रोते-बिलखते नजर आ रहे थे.
ड्यूटी में कोताही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई
उधर, आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने कहा कि कारोना से 10 मौतें हुई हैं और शवों को उठाने में थोड़ा वक्त भी लगा है. उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों की ड्यूटी शव उठाने में लगी थी. वे शराब के नशे में धुत पाए गए. उनके बदले दूसरे कर्मचारियों को बुलाया गया है. इसलिए शवों को उठाने में देरी हुई हैं. उन्होंने बताया कि जो लोग ड्यूटी में कोताही बरत रहे हैं या नशे में काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
गौरतलब है कि सरकार कोरोना मामले में बिल्कुल भी लापरवाही न बरतने के निर्देश देती आई है. बावजूद इसके कई कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं. बता दें कि पहले भी कोरोना वार्ड में मोबाइल चोरी का आरोप लगा था. यही नहीं, मरीजों से अनदेखी के आरोप भी लग चुके हैं.
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