मंडी: हिमाचल प्रदेश के ठेकेदारों ने कार्यों की रुकी हुई पेमेंट न होने और कार्यों के लिए एम फॉर्म व एक्स फॉर्म की शर्त में छूट न मिलने के बाद प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया (Contractors started strike in Himachal) है. वहीं, ठेकेदारों ने सोमवार से काम भी बंद कर दिया है. ठेकेदारों ने सोमवार को मंडी जिला मुख्यालय पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रोष रैली निकाली और जिला प्रशासन मंडी के माध्यम से प्रदेश सरकार को फिर एक ज्ञापन भेजा.
ज्ञापन में हिमाचल प्रदेश ठेकेदार कल्याण संघ ने मांग उठाई है कि सरकार रुकी हुई पेमेंट को शीघ्र जारी किया जाए. इसके अलावा पूर्ण हुए कार्यों से एक्स और एम फॉर्म की शर्त को (M Form dispute in Himachal) भी हटाया जाए, ताकि भविष्य में कार्य करने में किसी प्रकार की बाधा न आए. इस दौरान ऑल हिमाचल कॉन्ट्रैक्टर वेलफेयर एसोसिएशन (All Himachal Contractor Welfare Association) के चेयरमैन दिनेश शर्मा ने कहा कि किए हुए कार्यों की पेमेंट न होने से तंग सरकारी ठेकेदारों को अब काम बंद करने की नौबत आ गई है.
उन्होंने सरकार से दोबारा आग्रह किया है कि प्रदेश सरकार ठेकेदारों की समस्या दूर करने के लिए वार्ता करे और समस्याओं का चरणबद्ध ढंग से निवारण करने का प्रयास किया जाए. उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ऐसा नहीं होता है, तो फिर आने वाले समय में विकास कार्य ठप होंगे और ठेकेदार न तो खुद टेंडर भरेंगे और न ही बाहरी राज्यों के लोगों को विकास कार्यों की टेंडर प्रक्रिया में शामिल (Himachal Contractors On Strike) होने देंगे.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में एम फॉर्म विवाद: प्रदेश में ठेकेदारों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू, कैसे होगा अब काम ?