मंडीः प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी दौरे के दौरान प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आश्रय शर्मा बहुत ज्यादा बोलते हैं. लोकसभा चुनावों में जिस मार्जन से उनकी हार हुई है, उन्हें ज्यादा बोलना शोभा नहीं देता है. वहीं, सीएम ने सदर विधायक के प्रेस वार्ता में शामिल ना होने पर चुटकी लेते हुए कहा कि अनिल शर्मा अपने घर में किसी कार्य में व्यस्त होंगे.
उन्होंने कहा कि आश्रय शर्मा के दादा भी कई बार चुनाव लड़ चुके हैं और चुनाव जीतें भी हैं. सीएम ने आश्रय शर्मा को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें संयम और धैर्य से काम लेना चाहिए. सीएम ने कहा कि वे अपने परिवार के बलिदान और योगदान की बदोलत सीएम की कुर्सी तक पहुंचे हैं.
'नगर निगमों में नहीं लागू है आदर्श आचार संहिता'
वहीं, आचार सहिंता को लेकर सीएम के मंडी दौरे पर कांग्रेस द्वारा टिप्पणी किए जाने के सवाल का जबाव देते हुए कि जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव नगर परिषद, नगर पंचायत और ग्राम पंचायतों में होना तय हुए हैं. आंचार संहिता भी वहीं पर लगी है. सीएम ने कहा कि मंडी नगर निगम एरिया में है और यहां पर अभी चुनाव नहीं है, लेकिन कांग्रेस को उनके दौरे करने से परेशानी हो रही है.
'दौरा करने से कांग्रेस को परेशानी तो जरूर करूंगा दौरे'
उन्होंनें कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उनके दौरे से कांग्रेस को परेशानी होती है तो वे आने वाले समय में अभी और भी दौरे करेंगे. वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर जुबानी हमला तेज करते हुए कहा कि पूर्व के 15 सालों में रहीं प्रदेश सरकारों ने हिमाचल में एक भी नई पंचायत का सृजन नहीं किया. प्रदेश में कांग्रेस की सरकारें लम्बे समय तक रहीं, लेकिन प्रदेश में मात्र दो नगर निगम बनाए गए. जबकि वर्तमान की भाजपा सरकार ने प्रदेश में 389 नई पंचायतों को बनाया.
इससे ग्रामीण स्तर पर विकास को सुनिश्चित किया गया है. साथ ही प्रदेश में नई नगर पंचायतें और नगर निगम भी बनाए गए. साथ ही मुख्यमंत्री ने आने वाले पंचायत चुनावों में ईमानदार लोगों के चुनकर आने की उम्मीद जताई.
'तीन साल कार्यकाल में कई विकास कार्य करवाए'
सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी ने कारण पूरे देश में विकास कार्य प्रभावित हुए हैं और बावजूद इसके उन्होंने प्रदेश में विकास कार्य करवाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीन साल कार्यकाल में कई विकास कार्य करवाए हैं और कांग्रेस पार्टी के पास आज प्रदेश सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है और वे कोविड-19 पर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रह हैं.
'कांग्रेस की सरकार होती तो मचाती लूट'
उन्होंने कहा कि कोविड काल में देश-प्रदेश में अगर कांग्रेस सरकारें होतीं तो कोरोना के नाम पर लूट मचातीं. इसकी एक बानगी तो प्रदेश कांग्रेस द्वारा अपने हाईकमान को भेजा 12 करोड़ रुपए का वह फर्जी बिल है, जो उन्होंने लोगों को पीपीटी किट, मास्क और सेनिटाइजर बांटने के नाम पर अपने हाई कमान को थमाया है.
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