मंडी: जयराम सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने जिस सड़क का उद्घाटन किया था और हरी झंडी दिखाकर बस को भी रवाना किया था, उस रूट पर पांच दिन बस चलाने के बाद ही बस सेवा बंद हो गई है. जिससे हजारों लोगों की बेहतर परिवहन सेवा मिलने की आस को झटका लगा है. यहां 14 मई को प्रसिद्ध माहुंनाग मेले का शुभारंभ करने पहुंचे जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने करसोग से बगशाड (कुफरीधार से बरनोल) व शलाणी से सेरी सड़क का उद्घाटन किया था. इसके साथ ही करसोग से माहुंनाग वाया कांडा होकर बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया गया, लेकिन पांच दिन चलने के बाद ही बस सेवा बंद हो गई. जिससे स्थानीय जनता अब ठगा सा महसूस कर रही है.
करसोग से माहुंनाग वाया कांडा बस सेवा से हजारों की आबादी को सुविधा (Bus service from Karsog to Mahunag via Kanda has stopped) मिलने के साथ समय और पैसे की भी बचत होनी थी. वह ऐसे कि अभी लोगों को माहुंनाग से करसोग के लिए वाया चुराग होकर बस में सफर करना पड़ रहा है. यह करीब 37 किलोमीटर है. जिससे लोगों को अभी एक तरफ का 81 रुपए किराया चुकाना पड़ रहा है. वहीं, वाया कांडा होकर यही सफर करीब 27 किलोमीटर पड़ता है और माहुंनाग से करसोग का एक तरफ का किराया भी 59 रुपए बैठता है. इस तरह करसोग से माहुंनाग वाया कांडा बस सेवा बंद होने से लोगों को एक तरफ का ही 22 रुपए अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है, इसके साथ एक तरफ का 10 किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय कर जनता का बहुमूल्य समय भी बर्बाद हो रहा है.
बता दें कि अभी करसोग से कुफरीधार तक ही बस सेवा है. इसी बस को वाया कांडा होकर प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल माहुंनाग तक के लिए एक्सटेंड किया गया था. जिस पर स्थानीय जनता ने खुशी जाहिर करते हुए जयराम सरकार का आभार प्रकट किया था. इस बस सेवा से कई पंचायतों की हजारों की आबादी को लाभ मिलना था. करसोग से माहुंनाग वाया कांडा होकर एचआरटीसी व प्राइवेट कोई भी बस सेवा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में जनता लंबे समय से बस सेवा शुरू करने की मांग कर रही थी. जो 14 मई को सड़क का उद्घाटन होने के साथ पूरी भी हो गई थी, लेकिन माहुंनाग का मेला खत्म होने के साथ ही बस सेवा को भी बंद किया गया. जो हजारों लोगों की उम्मीदों का लिए एक बड़ा झटका है.
क्षेत्रीय प्रबंधक करसोग पीयूष शर्मा का कहना है कि बस सेवा शुरू (Bus service from Karsog to Mahunag via Kanda has stopped) करने के लिए हेड ऑफिस को मामला भेजा गया है. यहां से अनुमति मिलते ही नियमित तौर पर बस सेवा आरंभ की जाएगी. इस बीच रूट के लिए भी आवेदन किया गया है. उन्होंने कहा कि सड़क के उद्घाटन के वक्त बस को हरी झंडी दिखाई गई थी. लोगों की सुविधा को देखते हुए बस सेवा को मेले में जारी रखा गया था. अब जैसे ही आदेश मिलते हैं वाया कांडा होकर बस सेवा आरंभ की जाएगी.
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