मंडी: उपचुनाव के लिए मतदान शनिवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया है. मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल 57.73 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. मंडी संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव में इस बार मत प्रतिशत कुछ कम ही रहा. संसदीय क्षेत्र के सिराज हलके में सबसे अधिक 70.34 प्रतिशत मतदान हुआ. सिराज में कुल 79991 मतदाताओं में से 55795 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह विधानसभा क्षेत्र है.
इसके अलावा सुंदरनगर हलके में 59.31 प्रतिशत मतदान हुआ. शाम 6 बजे तक यहां कुल 46949 लोगों ने मतदान किया. जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र में 53 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. जोगिंद्रनगर में 50223 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र में 56.65 प्रतिशत मतदान हुआ. यहां 42163 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. करसोग विधानसभा क्षेत्र में 55.17 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया. द्रंग विधानसभा क्षेत्र में 59.27 प्रतिशत मतदान रहा. यह भाजपा प्रत्याशी खुशाल ठाकुर का विधानसभा हलका है. कांग्रेस के कद्दावर नेता कौल सिंह ठाकुर भी इसी विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखते हैं.
सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में 46.72 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला. सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में कुल 88265 मतदाताओं में से 41238 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यहां 17 हलकों में से सबसे कम मत प्रतिशत रहा. बल्ह विधानसभा क्षेत्र में 59.80 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यह विधानसभा क्षेत्र सदर विधानसभा क्षेत्र के साथ लगता है. यहां के कुछ क्षेत्र मंडी नगर निगम का हिस्सा भी है. नाचन विधानसभा क्षेत्र में 63.76 प्रतिशत मतदान रहा. वहीं, कुल्लू जिला के आनी में 59.18, बंजार में 58.13, कुल्लू में 55.17 और मनाली में 62.32 प्रतिशत मतदान हुआ. इसके अतिरिक्त लाहौल-स्पीति में 56.44 भरमौर में 50.61, किन्नौर में 54.61 और रामपुर में 59.59 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
निर्वाचन अधिकारी व उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बताया कि जिला मंडी में तकनीकी खराबी के चलते 40 वीवीपैट व कुल्लू जिला में 11 वीवीपैट बदले गए. जबकि किन्नौर में मतदान के लिए 2 कंट्रोल यूनिट तकनीकी खराबी आने के चलते बदले गए. जिला निर्वाचन अधिकारी ने डाक मतपत्रों की प्राप्ति के संबंध में बताया कि अभी तक लगभग 12 हजार के लगभग डाक मतपत्र निर्वाचन कार्यालय में पहुंच चुके हैं. इनमें 8373 डाक मतपत्र 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग, कोरोना संक्रमितों व दिव्यांगों की श्रेणी के हैं. जबकि लगभग 2500 डाक मतपत्र सर्विस वोटरों के हैं. 250 डाक मतपत्र चुनाव प्रक्रिया में लगे कर्मियों के हैं. उन्होंने बताया कि सर्विस वोटरों के डाक मतपत्र मतगणना आरंभ होने की अवधि तक प्राप्त किए जाएंगे.
बता दें कि मंडी संसदीय क्षेत्र देश का दूसरा सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र है. मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल 12 लाख 85 हजार 903 मतदाता हैं. इनमें 6 लाख 38 हजार 499 महिला मतदाता और 6 लाख 47 हजार 399 पुरुष वोटर शामिल हैं. सर्विस वोटर की संख्या 13390 है. इसके साथ ही तीसरे जेंडर के 5 मतदाता हैं.
देश की राजनीति में मंडी संसदीय सीट की बात की जाए तो हिमाचल के आधे हिस्से से ज्यादा क्षेत्रफल इसमें आता है, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र है. इस संसदीय क्षेत्र में दोनों ही पार्टियां ठाकुर व ब्राह्मणों पर दांव लगाती आई. 1952 के प्रथम चुनावों में मंडी संसदीय सीट से राजकुमारी अमृत कौर गोपीराम सांसद रहे. वहीं , 1957 के उपचुनावों में राजा जोगिंदर सेन बहादुर, 1962 में ललित सेन, 1967 ललित सेन, 1971 वीरभद्र सिंह, 1977 गंगा सिंह, 1980 वीरभद्र सिंह, 1984 पंडित सुखराम, 1989 महेश्वर सिंह, 1991 पंडित सुखराम, 1996 पंडित सुखराम, 1998 महेश्वर सिंह, 1999 महेश्वर सिंह, 2004 प्रतिभा सिंह, 2009 वीरभद्र सिंह, 2013 प्रतिभा सिंह, 2014 रामस्वरूप शर्मा व 2019 में एक बार फिर से रामस्वरूप शर्मा सांसद रहे.
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