मंडी: जिला में पड़ रही कंपकपाने वाली सुखी ठंड का असर अब ऊंचाई वाले स्थानों पर स्थित झीलों में देखने को मिल रहा है. दरअसल क्षेत्र के अराध्य बड़ा देव कमरूनाग की पवित्र झील ठंड के कारण पूरी तरह से जम चुकी है.
समुद्र तल से लगभग 10 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित धार्मिक आस्था का केंद्र देव कमरूनाग मंदिर में प्रशासन द्वारा पहले ही एहतियात के तौर पर श्रद्धालुओं के लिए बर्फबारी को लेकर यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
वहीं, आलम ये है कि झील से पानी प्रयोग करने के लिए मंदिर के कर्मचारियों और सेवकों को शीशा बन चुकी मोटी परत को पत्थर से तोड़कर पानी भरना पड़ रहा है.
हालांकि कमरूनाग मंदिर में दिन में ठंड कम होने के कारण कुछ एक श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन रात को तापमान में गिरावट होने के कारण आस्था का केंद्र कमरूनाग देवता की झील भी पूरी तरह से जम जाती है.
देव कमरूनाग कमेटी के अधिकारियों ने बताया कि 6 दिसंबर तक कमरूनाग मंदिर में देवता कमेटी के लोग रहेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद मौसम बिगड़ जाता है, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. साथ ही कमेटी ने लोगों से क्षेत्र में बर्फबारी का दौर शुरू होने पर दर्शन के लिए मंदिर न जाने की अपील की है.