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मंडी: एक अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया जाली प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का सरगना

जाली अपंगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 16 हजार रुपये प्रति प्रमाण लेने वाले आरोपी को कोर्ट ने एक अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले में 6 मार्च को गोहर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.

fake disability certificate
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Published : Mar 28, 2021, 12:14 PM IST

सुंदरनगर/मंडी: विकलांगता पेंशन लगवाने के नाम पर लोगों के जाली प्रमाण पत्र बनाने के मामले में मुख्य आरोपी को कोर्ट ने एक अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. फरार चल रहे मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार मंडी जिला न्यायालय में पेश किया था. पुलिस ने इस मामले में पहले ही आठ लोगों को गिरफ्तार किया था.

जानकारी के मुताबिक जिले की च्योट तहसील के लोग गांव टेकचंद पुत्र शंकर ने विकलांगता पेंशन लगवाने के नाम पर लोगों के जाली अपंगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 16 हजार रुपये प्रति प्रमाण लिए थे. विकलांगता पेंशन प्राप्त करने के लिए कुछ लोगों ने इस फर्जी प्रमाण पत्र को तहसील कल्याण अधिकारी गोहर के कार्यालय में जमा भी करवा दिया था.

कोर्ट ने 1 अप्रैल तक के लिए भेजा न्यायिक हिरासत में

पुष्टि करते हुए एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि बीते 6 मार्च को गोहर थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी. उन्होंने कहा कि इस मामले में 8 अभियुक्तों की जमानत याचिकाएं अदालत ने 25 मार्च को मंजूर कर ली थी, और मामले में एक अभियुक्त अभी नाबालिग है. फरार चल रहे मामले में मुख्य आरोपी टेक चंद को गोहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया था. न्यायलय ने आरोपी को एक अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

ये भी पढ़ें: डैहर सीएचसी में तैनात स्टाफ नर्स वैक्सीनेशन के बाद हुई कोरोना पॉजिटिव

सुंदरनगर/मंडी: विकलांगता पेंशन लगवाने के नाम पर लोगों के जाली प्रमाण पत्र बनाने के मामले में मुख्य आरोपी को कोर्ट ने एक अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. फरार चल रहे मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार मंडी जिला न्यायालय में पेश किया था. पुलिस ने इस मामले में पहले ही आठ लोगों को गिरफ्तार किया था.

जानकारी के मुताबिक जिले की च्योट तहसील के लोग गांव टेकचंद पुत्र शंकर ने विकलांगता पेंशन लगवाने के नाम पर लोगों के जाली अपंगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 16 हजार रुपये प्रति प्रमाण लिए थे. विकलांगता पेंशन प्राप्त करने के लिए कुछ लोगों ने इस फर्जी प्रमाण पत्र को तहसील कल्याण अधिकारी गोहर के कार्यालय में जमा भी करवा दिया था.

कोर्ट ने 1 अप्रैल तक के लिए भेजा न्यायिक हिरासत में

पुष्टि करते हुए एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि बीते 6 मार्च को गोहर थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी. उन्होंने कहा कि इस मामले में 8 अभियुक्तों की जमानत याचिकाएं अदालत ने 25 मार्च को मंजूर कर ली थी, और मामले में एक अभियुक्त अभी नाबालिग है. फरार चल रहे मामले में मुख्य आरोपी टेक चंद को गोहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया था. न्यायलय ने आरोपी को एक अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

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