कुल्लू: हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में बीते दिनों कैग की रिपोर्ट को लेकर अब न्यायिक जांच की मांग उठने लगी है. युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने डीसी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन देकर कैग की रिपोर्ट की जांच की मांग की है. प्रतिनिधिमंडल डीसी आशुतोष गर्ग से मिला. युवा कांग्रेस के अध्यक्ष वीर सिंह ठाकुर ने कहा कि कैग की रिपोर्ट में कई विभागों में पैसों में के लेनदेन में अनियमितता पाई गई है. जिसे कैग रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा गया है.
ऐसे में युवा कांग्रेस राज्यपाल से मांग करती है कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की जाए और इस मामले में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाए. वीर सिंह ठाकुर का कहना है कि कैग रिपोर्ट मानसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री ने सदन के पटल पर रखी. इस रिपोर्ट बहुत चौंकाने वाली बातें हैं. जिसमें सरकार की निगरानी में अफसरों की मिलीभगत से कई घोटाले होने की बात सामने आई है. इनमें पशुपालन विभाग गबन, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में घोटाला, स्कूल वर्दी परीक्षण लैब को अनुचित लाभ पहुंचाना सहित कई तरह की आर्थिक अनियमितताएं सरकार की सामने आई हैं.
इसमें पहले से ही कर्ज में डूबी सरकार जानबूझ कर 437 करोड़ का कर्ज न वसूलना भी एक उदाहरण है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में सलिप्त इस प्रदेश सरकार ने सारे हिमाचल वासियों को शर्मसार किया. युवा कांग्रेस मांग करती है कि राज्यपाल इन सभी घोटालों को लेकर सरकार पर मुकदमा दर्ज कर, इनमें शामिल असली गुनहगारों तक पहुंचने के लिये इसकी जांच की जाए.
बता दें कि हिमाचल में कैग रिपोर्ट पर सियासी घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस लगातार सरकार को इस मुद्दे पर घेर रही है. दरअसल भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में पशुपालन विभाग में 99.71 लाख रुपए, जबकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में 1.13 करोड़ का गबन की बात सामने आई है.
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