कुल्लू: वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शनिवार को कुल्लू शहर में 'वेस्ट-टू-टेस्ट' कैफे एक अनुपम योजना का शुभारंभ किया. योजना का क्रियान्वयन नगर परिषद कुल्लू द्वारा किया जाएगा. योजना की विशेषता यह है कि गरीब व्यक्ति भी घर अथवा अन्य घरों से कबाड़ व कचरा एकत्र कर अच्छे रेस्तरां में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का परिवार सहित आनंद उठा सकेंगे.
इस अवसर पर वन मंत्री ने जिला प्रशासन की सराहना की और कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में यह सचमुच एक अनूठी पहल है और कुल्लू शहर में मोटा कचरा यानि प्लास्टिक, शीशा, गत्ता, लोहा इत्यादि लोगों से प्राप्त करके इसका रिसाइक्लिंग से दोबारा सदुपयोग हो सकेगा.
गोविंद सिंह ठाकुर ने शहर के लोगों से अपील की है कि वे योजना के तहत अनुपयोगी वस्तुओं अथवा कचरे को सरवरी स्थित मटिरियल रिकवरी सुविधा (एमआरएफ) केन्द्र में नगर परिषद को सौंपे. इससे कुल्लू शहर को साफ-सुथरा बनाने में मदद मिलेगी. योजना की सफलता के बाद इसे साथ लगते उप-नगरों में भी क्रियान्वित किया जाएगा.
वन मंत्री ने लोगों से वृक्षारोपण करने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत बेटी के जन्म पर पांच पौधे वन विभाग द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे हैं और जब बेटी पांच वर्ष की हो जाए और पौधे जीवित रहे तो बेटी के नाम सरकार पांच हजार रुपये की राशि जमा करवाएगी.