कुल्लू: सोमवार को प्रदेश भर में बड़े ही धूमधाम से अध्यापक दिवस मनाया (teachers day 2022) गया, लेकिन हिमाचल के जिला कुल्लू के शिलीहर पंचायत के नरोगी प्राइमरी स्कूल में अध्यापक दिवस अलग अंदाज में मनाया गया. स्थानीय लोगों ने अध्यापक दिवस को आक्रोश दिवस के रूप में मनाया. दरअसल यहां स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए अध्यापक ही नहीं है. पिछले दो सालों से प्राइमरी स्कूल नरोगी की कमान एक ही अध्यापक संभाले हुए (Teacher Problem in Narogi Primary School) है. बता दें कि वर्तमान में स्कूल में 70 बच्चे पढ़ रहे हैं.
स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप सोमवार को स्कूल में एकत्र होकर सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी (villagers protest in Narogi Primary School) की. ग्रामीणों का आरोप है कि उनके बच्चों का भविष्य अंधकार में डूब रहा है और विभाग व सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है. स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधान गंभीर दास ने बताया कि उन्होंने इस बारे में कई बार उप शिक्षा निदेशक कुल्लू को लिखित व मौखिक तौर पर अवगत करवाया है लेकिन उनकी मांग पर अभी तक कोई भी गौर नहीं किया (only one teacher in Narogi Primary School) गया.
उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों से यह स्कूल एक ही अध्यापक के सहारे चल रहा है और स्कूल में 70 बच्चे पढ़ रहे हैं. पंचायत उप प्रधान एल राम, वार्ड सदस्य नरेश कुमार सहित दर्जनों ग्रामीणों ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा है कि शीघ्र अन्य अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की जाती है तो स्कूल में ताला लगाया जाएगा. वहीं, इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि यह मामला मेरे ध्यान में आया है और इस बारे में कारवाई के निर्देश भी शिक्षा विभाग को दिए गए है. जल्द स्कूल में अतिरिक्त शिक्षकों की तैनाती की जाएगी. अब देखना होगा कि आखिर कब तक नरोगी प्राइमरी स्कूल में अध्यापक की कमी को पूरा किया जाएगा.
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