कुल्लूः जिला के बजौरा में पैदल सरहद तक पहुंचने वाले लोगों को शाडाबाई क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. 14 दिनों की स्क्रीनिंग के बाद ही उन्हें वापस अपने घर जाने की अनुमति दी जा रही हैं. बजौरा शाडाबाई सहित कुल्लू में 5 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इन सभी सेंटरों में संक्रमण की आशंका को देखते हुए बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को रखा जा रहा है. जहां रोजाना डॉक्टरों की टीम द्वारा इनकी जांच की जा रही है ताकि घाटी में संक्रमण न फैल सके.
एसडीएम कुल्लू अनुराग चंद्र ने बताया कि बजौरा में प्रवासी मजदूरों के लिए सेंटर बनाया गया है. वहीं, शाडाबाई में जो लोग पैदल पहुंच रहे हैं उन्हें यहां रखा जा रहा है. 14 दिन की स्क्रीनिंग के बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जा रही हैं. कुल्लू शहर में भी पांच सेंटर स्थापित किए गए हैं. इन सभी सेंटर में नगर परिषद के कर्मचारी रोजाना स्प्रे कर रहें हैं और यहां खाने-पीने की बेहतर व्यवस्था की गई है.
एसडीएम अनुराग ने बताया कि मणिकर्ण कसोल, नगर परिषद कुल्लू के इलाकों में जो प्रवासी मजदूर रहते थे उनके खाने के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. जिसका नतीजा यह है कि वहां से लोगों के फोन कॉल आने कम हो गए हैं और लोगों को उनके घरों तक ही खाना पहुंचाया जा रहा है.
बता दें कि केरोना वायरस के संक्रमण को लेकर रोजाना जहां प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन होता हैं, वहीं जिला प्रशासन अपने स्तर पर बेहतरीन कार्य कर रहा है. जहां कई गरीब परिवारों को राशन जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा था, उसे भी अन्नपूर्णा संस्था की मदद से सुलझाया जा रहा है.