कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर मैदान में चल रहे जन्माष्टमी के कार्यक्रम को देर शाम एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला (SDM Kullu Vikas Shukla) ने बंद करवा दिया. वहीं, कार्यक्रम के बंद होने के चलते एसडीएम कुल्लू और युवाओं के बीच भी बहस हो गई. हालांकि बहसबाजी के बाद इस कार्यक्रम को बंद कर दिया गया.
बता दें कि ढालपुर में कृष्णा उमंग समिति ने दो दिवसीय जन्माष्टमी का कार्यक्रम आयोजित किया था. मंगलवार को भी दोपहर बाद यहां डीजे की धुन पर युवा नाच रहे थे. शाम के समय एसडीएम विकास शुक्ला पुलिस बल के साथ मैदान पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कोरोना नियमों का हवाला देते हुए कार्यक्रम को बंद करने का आग्रह किया. इस दौरान नाच रहे युवाओं और समिति के आयोजकों के साथ उनकी इस मामले को लेकर बहस भी हो गई.
इस कार्यक्रम में शाम के समय हिमाचल प्रदेश कांग्रेस (Himachal Pradesh Congress) के महासचिव भुवनेश्वर गौड़ भी भाग लेने के लिए पहुंचे हुए थे. वहीं, कार्यक्रम बंद होने पर स्थानीय युवाओं ने राजनीतिज्ञों के दबाव पर कार्यक्रम बंद करने का आरोप लगाया. युवाओं का कहना है कि जब मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हजारों लोगों की भीड़ हो सकती है तो धार्मिक कार्यक्रम पर इस तरह की बंदिशें क्यों हैं.
![Janmashtami program in Dhalpur ground](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hp-kul-01-program-stop-av-7204051_31082021190206_3108f_1630416726_620.jpg)
वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव भुवनेश्वर गौड़ (State Congress Committee General Secretary Bhuvneshwar Gaur) का कहना है कि ऐसे धार्मिक कार्यक्रम में राजनीति नहीं लानी चाहिए और अधिकारियों को भी राजनीतिक दबाव में काम नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीते दिनों मनाली में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हजारों लोगों की भीड़ थी और इस कार्यक्रम में कोविड-19 के नियमों की पालना भी नहीं की गई, जबकि जन्माष्टमी के कार्यक्रम में युवा मास्क पहने हुए थे. ऐसे में इस तरह के कार्यक्रम पर प्रशासन का रोक लगाना बिल्कुल भी सही नहीं है.
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