कुल्लू: जिला कुल्लू में सड़क किनारे होर्डिंग व बोर्ड लगाने पर रिवर राफ्टिंग एजेंसियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है. पर्यटन विभाग की टीम ने गैमन पुल से लेकर पतलीकूहल तक एनएच किनारे लगाए गए राफ्टिंग एजेंसियों के होर्डिंग व बोर्ड को जहां उतारा है, वहीं कुछ राफ्टिंग एजेंसियों के संचालकों का सामान भी जब्त कर लिया है. टीम ने 81 राफ्टिंग एजेंसियों पर कार्रवाई करते हुए 12 के बोर्ड जब्त किए हैं.
ये भी पढ़ें: बाबा भलकू के 'वरदान' को कब मिलेगा विस्तार, रेलवे विस्तारीकरण में हिमाचल की अनदेखी पर ETV BHARAT की स्पेशल रिपोर्ट
जिला पर्यटन विकास अधिकारी बीसी नेगी ने बताया कि लंबे समय से राफ्टिंग एजेंसियों के संचालकों से आग्रह किया जा रहा था कि एनएच किनारे लगाए गए बोर्ड व होर्डिंग को हटा दें, लेकिन राफ्टिंग एजेंसियों के संचालक इसे हल्के में ले रहे थे. उन्होंने बताया कि इस संबंध में कुछ समय पहले राफ्टिंग एसोसिएशन को नोटिस भी दिया गया था, लेकिन किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई.
ये भी पढ़ें: हिमाचल की चारों सीटों पर कांग्रेस बनाम भाजपा, ये बड़े नेता हैं आमने-सामने
पर्यटन विभाग की टीम ने गैमन पुल से लेकर पतलीकूहल तक करीब 81 राफ्टिंग एजेंसियों के संचालकों पर कार्रवाई की और उनके बोर्ड व होर्डिंग एनएच किनारे से हटाए. 12 राफ्टिंग एजेंसियों के बोर्ड को भी जब्त किया गया है. साथ ही, राफ्टिंग एजेंसियों के संचालकों को एनएच के किनारे फिर से बोर्ड न लगाने की हिदायत दी गई है. ऐसा करने पर एजेंसियों को भारी जुर्माना भी चुकाना पड़ सकता है. टीम गुरुवार को भी राफ्टिंग के अन्य स्थलों पर दबिश देगी.
ये भी पढ़ें: दिन-रात चुनाव प्रचार में जुटे हैं ये पूर्व MLA, सीएम की जनसभा में कुर्सी भी नहीं हुई नसीब
उल्लेखनीय है कि घाटी में पीरडी, बबेली व कैपिंग साइट से रिवर राफ्टिंग करवाई जाती है. जिला में सबसे बड़ा रिवर राफ्टिंग ट्रैक पीरडी से झीड़ी तक 14 किलो मीटर तक है, वहीं पीरडी से भुंतर सात किलो मीटर के ट्रैक पर भी राफ्टिंग करवाई जाती है. यही नहीं बवेली से वैष्णू माता मंदिर तक के ट्रैक पर भी सीजन के दौरान सैलानियों की खासी भीड़ लगी रहती है. इसके अलावा कैंपिंग साइट से बंदरोल तक भी सैलानी रिवर राफ्टिंग करते हैं. जिला में रिवर राफ्टिंग का करोबार समर सीजन के दौरान अच्छी रफ्तार पकड़ता है.