कुल्लू: जिले के मनाली विधानसभा क्षेत्र के बड़ाग्रां बिहाल में आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर (Badagran Bihal Art and Craft Center) बनकर तैयार हो गया है, तो वहीं बीते दिनों प्रदेश सरकार के द्वारा इस आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर को निजी कंपनी को सौंप दिया गया है. अब सरकार के इसी फैसले का विरोध भी शुरू हो गया है. शुक्रवार को बड़ाग्रां बिहाल में आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर के बाहर मनाली कांग्रेस द्वारा धरना प्रदर्शन भी किया गया.
इस दौरान कांग्रेस ने सरकार से मांग उठाई कि निजी कंपनी को इसे न सौंपा जाए और स्थानीय बेरोजगारों व महिला मंडलों को ही इसे आवंटित किया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को इस आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर का फायदा मिल सके. कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के द्वारा इस आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर का शिलान्यास किया गया था और इसके निर्माण में 48 करोड़ रुपये की धनराशि भी खर्च की गई.
हालांकि आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर काफी समय पहले ही बनकर शुरू हो गया था, लेकिन इसका संचालन शुरू नहीं किया गया था. आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर बनाने का मुख्य उद्देश्य था कि यहां पर हथकरघा व्यवसाय को बढ़ावा मिल सके. लेकिन, निजी कंपनी को सौंपे जाने पर अब कांग्रेस (Manali Congress Protest) ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. मनाली कांग्रेस के अध्यक्ष हरिचन्द शर्मा ने बताया कि निजी कंपनी को यह बहुत कम दाम पर दिया गया है और इससे यहां के लोगों को भी कोई फायदा नहीं होगा.
वहीं, मनाली कांग्रेस कमेटी (Manali Congress Committee) के अध्यक्ष हरिचन्द शर्मा ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में इसे बनाने का मुख्य उद्देश्य था कि आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर के माध्यम से महिला मंडल, स्वयं सहायता समूह व बेरोजगार युवकों को रोजगार मिल सके और वे भी आर्थिक रूप से मजबूत हो सके. लेकिन वर्तमान की भाजपा सरकार ने बिना सोचे समझे ऐसे निजी कंपनी को सौंप दिया. ऐसे में मनाली कांग्रेस इसका विरोध करती है और प्रदेश सरकार से मांग करती है कि वे अपने इस फैसले को तुरंत बदलें.
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