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खराब आटे की वायरल वीडियो के बाद हरकत में आया खाद्य आपूर्ति विभाग, अधिकारी बोले- कुल्लू में आटे की गुणवत्ता पर कोई शिकायत नहीं - kullu food department news

कुल्लू में खराब आटे की वायरल वीडियो के बाद खाद्य आपूर्ति विभाग हरकत में आया है. विभागीय अधिकारी का कहना है कि कुल्लू में उचित मूल्य की सभी दुकानों में खाद्यानों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

viral video of bad flour in kullu
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Published : Sep 12, 2019, 12:08 PM IST

कुल्लूः जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने उच्च गुणवत्ता की खाद्य वस्तुएं लोगों को मुहैया करवाए जाने की बात कही है. विभाग का कहना है कि जिले में लोग दिए जा रहे राशन से संतुष्ट हैं. जिला में किसी भी उचित मूल्य की दुकान से खराब आटे की शिकायत सामने नहीं आई है.

जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि कुल्लू में उचित मूल्य की सभी दुकानों में खाद्यानों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और इन दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की खाद्य वस्तुएं दी जा रही हैं. गेहूं के आटे की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.

वीडियो.


उन्होंने बताया कि बीते दिनों गांव धारा के एक राशन कार्ड धारक द्वारा सोशल मीडिया में वायरल किए गए वीडियो के संबंध में विभाग के अधिकारियों ने ग्राम पंचायत भलाण-1 में जाकर खुद जांच की है. जांच के दौरान क्षेत्र के सभी उपभोक्ताओं ने आटे की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया है.


जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि उक्त शिकायतकर्ता के घर में रखे आटे और उचित मूल्य की दुकान और स्टोर से भी आटे के सैंपल एकत्रित किए गए हैं. इन सैंपलों को जांच के लिए शिमला स्थित विभाग की प्रयोगशाला में भेजा गया है.

वहीं ग्राम पंचायत भलाण-1 की प्रधान रूकमणी देवी ने बताया कि उनकी पंचायत में उचित मूल्य की दो दुकानें चल रही हैं. दोनों दुकानों से आटे की गुणवत्ता को लेकर कोई भी शिकायत नहीं आई है. जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि सोशल मीडिया में वीडियो वायरल करने वाले उपभोक्ता को गांव धारा के डिपो से राशन दिया जाता है और पीएचएच श्रेणी का उपभोक्ता होने के कारण उसे आटा नहीं, बल्कि केवल गेहूं मिलता है.


रूकमणी देवी ने बताया कि आटा केवल एपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं को दिया जाता है. पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि डिपो में उपलब्ध पॉस मशीन के रिकार्ड के अनुसार धारा गांव के पीएचएच उपभोक्ताओं को पिछले तीन महीनों से केवल गेहूं की ही आपूर्ति की गई है. इसके अलावा धारा के डिपो को अगस्त में किसी और मिल से आटे की सप्लाई दी गई है, जबकि वायरल वीडियो में दिखाई गई आटे की बोरी किसी दूसरी मिल की है. फिलहाल विभाग की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है.

ये भी पढ़ें- भांग की खेती करने पर पुलिस ने दर्ज किए 5 मामले, कई बीघा भूमि से उखाड़े पौधे

कुल्लूः जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने उच्च गुणवत्ता की खाद्य वस्तुएं लोगों को मुहैया करवाए जाने की बात कही है. विभाग का कहना है कि जिले में लोग दिए जा रहे राशन से संतुष्ट हैं. जिला में किसी भी उचित मूल्य की दुकान से खराब आटे की शिकायत सामने नहीं आई है.

जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि कुल्लू में उचित मूल्य की सभी दुकानों में खाद्यानों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और इन दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की खाद्य वस्तुएं दी जा रही हैं. गेहूं के आटे की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.

वीडियो.


उन्होंने बताया कि बीते दिनों गांव धारा के एक राशन कार्ड धारक द्वारा सोशल मीडिया में वायरल किए गए वीडियो के संबंध में विभाग के अधिकारियों ने ग्राम पंचायत भलाण-1 में जाकर खुद जांच की है. जांच के दौरान क्षेत्र के सभी उपभोक्ताओं ने आटे की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया है.


जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि उक्त शिकायतकर्ता के घर में रखे आटे और उचित मूल्य की दुकान और स्टोर से भी आटे के सैंपल एकत्रित किए गए हैं. इन सैंपलों को जांच के लिए शिमला स्थित विभाग की प्रयोगशाला में भेजा गया है.

वहीं ग्राम पंचायत भलाण-1 की प्रधान रूकमणी देवी ने बताया कि उनकी पंचायत में उचित मूल्य की दो दुकानें चल रही हैं. दोनों दुकानों से आटे की गुणवत्ता को लेकर कोई भी शिकायत नहीं आई है. जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि सोशल मीडिया में वीडियो वायरल करने वाले उपभोक्ता को गांव धारा के डिपो से राशन दिया जाता है और पीएचएच श्रेणी का उपभोक्ता होने के कारण उसे आटा नहीं, बल्कि केवल गेहूं मिलता है.


रूकमणी देवी ने बताया कि आटा केवल एपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं को दिया जाता है. पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि डिपो में उपलब्ध पॉस मशीन के रिकार्ड के अनुसार धारा गांव के पीएचएच उपभोक्ताओं को पिछले तीन महीनों से केवल गेहूं की ही आपूर्ति की गई है. इसके अलावा धारा के डिपो को अगस्त में किसी और मिल से आटे की सप्लाई दी गई है, जबकि वायरल वीडियो में दिखाई गई आटे की बोरी किसी दूसरी मिल की है. फिलहाल विभाग की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है.

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Intro:कुल्लू जिला में कहीं से भी आटे की गुणवत्ता की कोई शिकायत नहीं: डीएफएससीBody:

जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक पुरुषोत्तम सिंह ने कहा है कि कुल्लू जिला में उचित मूल्य की सभी दुकानों में खाद्यान्नों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और इन दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की खाद्य वस्तुओं मुहैया करवाई जा रही हैं। गेहूं के आटे की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जिला में किसी भी उचित मूल्य की दुकान से खराब आटे की शिकायत सामने नहीं आई है।
उन्होंने बताया कि बीते दिनों गांव धारा के एक राशन कार्ड धारक द्वारा सोशल मीडिया में वायरल किए गए वीडियो के संबंध में विभाग के अधिकारियों ने ग्राम पंचायत भलाण-1 में जाकर स्वयं जांच की है और वहां के उपभोक्ताओं से भी संपर्क किया है। जांच के दौरान क्षेत्र के सभी उपभोक्ताओं ने आटे की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया है।
ग्राम पंचायत भलाण-1 की प्रधान रूकमणी देवी ने बताया कि उनकी पंचायत में उचित मूल्य की दो दुकानें चल रही हैं। दोनों दुकानों से आटे की गुणवत्ता को लेकर कोई भी शिकायत नहीं आई है। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि सोशल मीडिया में वीडियो वायरल करने वाले उपभोक्ता को गांव धारा के डिपो से राशन दिया जाता है और पीएचएच श्रेणी का उपभोक्ता होने के कारण उसे आटा नहीं, बल्कि केवल गेहूं दी जाती है। आटा केवल एपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं को दिया जाता है। पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि डिपो में उपलब्ध पाॅस मशीन के रिकार्ड के अनुसार धारा गांव के पीएचएच उपभोक्ताओं को पिछले तीन महीनों से केवल गेहूं की ही आपूर्ति की गई है। इसके अलावा धारा के डिपो को अगस्त में किसी और मिल से आटे की सप्लाई दी गई है, जबकि वायरल वीडियो में दिखाई गई आटे की बोरी किसी दूसरी मिल की है।
Conclusion:जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि उक्त शिकायतकर्ता के घर में रखे गंदम के आटे और उचित मूल्य की दुकान तथा स्टोर से भी गंदम के आटे के सैंपल एकत्रित किए गए हैं। इन सैंपलों को जांच के लिए शिमला स्थित विभाग की प्रयोगशाला में भेजा गया है।
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