कुल्लू: जिला कुल्लू में इन दिनों फोरलेन का निर्माण कार्य प्रगति पर है. निर्माण कार्य की वजह से कुछ जगहों पर जमीनें धंस गई हैं. जिसके कारण लोगों में काफी रोष है और एनएचआई की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठा (oppose to fourlane construction work in deodhar) रहे हैं. इसी संदर्भ में आज सोमवार को जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते देवधार गांव में नाराज ग्रामीणों ने फोरलेन कार्य का विरोध किया और मांग रखी कि इस कार्य को गुणवत्ता के साथ किया जाए.
जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते देवधार में भी फोरलेन निर्माण के दौरान डंगे ढह गए, लोगों का आरोप है कि डंगे ढहने से उनकी जमीन खराब हो गई है. इसके अलावा एक दर्जन मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. हालांकि लंबे समय से यहां पर निर्माण कार्य बंद चल रहा (fourlane construction work in deodhar) था. सोमवार एनएचएआई प्रबंधन के द्वारा जब दोबारा से निर्माण कार्य शुरू किया गया तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे और एनएचआई के खिलाफ उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर किया. ग्रामीणों ने इस दौरान मांग रखी कि जब तक यहां पर गुणवत्ता युक्त तरीके से कार्य नहीं किया जाता है, तब तक शांत नही बैठेंगे.
जिला परिषद सदस्य अरुणा ठाकुर व स्थानीय निवासी निखिलेश कात्यायन का कहना है कि पहले भी फोरलेन कार्य में लापरवाही बरती गई थी, जिस वजह से यहां डंगे ढह गए और लोगों की भूमि को भी नुकसान हुआ. हालांकि इस बारे में कई बार एनएचएआई के अधिकारियों को अवगत करवाया गया, लेकिन उन्होंने भी ग्रामीणों की समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
अरुणा ठाकुर का कहना है कि अब एक बार फिर से यहां पर एनएचएआई प्रबंधन द्वारा कार्य शुरू किया गया है. लेकिन निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. जिससे ग्रामीण नाराज हैं. अगर कार्य में गुणवत्ता नहीं लाई गई तो ग्रामीणों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. वहीं, एनएचएआई के अधिकारी विजय फोगाट ने बताया कि ग्रामीणों ने अपनी समस्या से अवगत करवाया है. अब यहां पर निर्माण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि फोरलेन के निर्माण कार्य से किसी भी स्थानीय व्यक्ति का नुकसान न हो.