कुल्लू: बीते दिन हुई भारी बारिश व बर्फबारी ने बागवानों पर अपना कहर बरपाया है. बागवानी विभाग की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक इस बर्फबारी से कुल्लू को 23 करोड़ 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं, इस नुकसान की रिपोर्ट भी अब सरकार को सौंप दी गई है.
बागवानी विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है. सबसे अधिक क्षति कुल्लू के बाह्य सराज आनी-निरमंड के बागवानों को हुई है. यहां ऊंचाई वाले इलाकों में सेब के पेड़ उखड़ गए तो वहीं, एंटी हेलनेट भी सेब की फसल को बर्बाद होने से नहीं बचा पाई. सेब के बगीचों में आई फ्लावरिंग खराब हो गई. बागवानी विभाग की तैयार रिपोर्ट के मुताबिक जिला के बाह्य सराज आनी-निरमंड में सबसे अधिक 12 करोड़ की क्षति हुई है. कुल्लू खंड में पांच करोड़, बंजार में 1.60 करोड़ तथा ऊझी घाटी के नग्गर में 4.60 करोड़ की चपत लगी है.
बागवान सुंदर सिंह, जगदीश ठाकुर, मोहर सिंह, सुरेश कुमार, निका राम, हीरा लाल, उगम राम और डोला राम ने कहा कि अब तक ओलावृष्टि व अंधड़ से सेब की फसल को नुकसान होता था, लेकिन उन्होंने पहली बार बर्फबारी से सेब को नुकसान होते देखा है. उन्होंने कहा कि बागवानों की साल भर की कड़ी मेहनत को मौसम ने चंद घंटों में तबाह कर दिया. उन्होंने प्रदेश सरकार से मौसम से हुई क्षति का मुआवजा देने की अपील की है.
बागवानी विभाग कुल्लू के उपनिदेशक डॉ. विद्या प्रकाश बैंस ने कहा कि सोमवार दोपहर तक 19 से 23 अप्रैल तक हुई बर्फबारी, ओलावृष्टि व भारी बारिश से बागवानों को 23.20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सबसे अधिक सेब को नुकसान पहुंचा है. प्लम व नाशपाती भी इसकी चपेट में आई है, लेकिन यह आंकड़ा बहुत ही कम है. विभाग ने पूरी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंप कर दी है.
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