लाहौल स्पीति: हिम एवं आवधाव अध्ययन संस्थान (सासे) की ओर से हिमस्खलन की चेतावनी के बाद कुल्लू व लाहौल स्पीति प्रशासन भी सतर्क हो गया है. प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से आग्रह किया है कि बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में न जाएं.
सासे ने दी हिमस्खलन की चेतावनी
सासे ने मनाली-लेह मार्ग के नेहरूकुंड-कुलंग-पलचान और कोठी, कोठी से रोहतांग दर्रा, पलचान से सोलंग, सोलंग से धुंधी, अटल टनल के साउथ पोर्टल, कोकसर-सिस्सू-तांदी, दारचा रूट के अलावा दारचा-पटसेउ-जिगजिगबार, बारालाचा, सरचू, लाचुंगला के अलावा पांग से तंगलंगला के बीच हिमस्खलन होने की संभावना जताई है.
ताबो-काजा-समदो में हिमस्खलन की संभावना
वहीं, तांदी किर्तिंग, थिरोट, कुकुमसेरी, उदयपुर से शौर, किलाड़ से बरवास, छतड्डू लोसर, ताबो-काजा-समदो में हिमस्खलन की संभावना जताई है. हालांकि, आपात स्थिति में मनाली-केलांग मार्ग बहाल होने की सूरत पर लाहौल के लिए चार पहिया वाहन आ जा सकेंगे, लेकिन अन्य किसी भी प्रकार के वाहन को सोलंगनाला से आगे जाने की अनुमति नहीं होगी.
बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में न जाने की अपील
डीएसपी मनाली संजीव कुमार ने बताया कि सासे ने 8 और 9 फरवरी को हिमस्खलन की चेतावनी दी है. उन्होंने सभी सैलानियों और लोगों से आग्रह किया कि वह ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाएं.
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