कुल्लू: देशभर में जाति आरक्षण को दिए जा रहे बढ़ावे व स्वर्ण समाज के मौलिक अधिकारों के हनन को लेकर अब क्षत्रिय महासभा जिला कुल्लू आंदोलन पर उतर आई है. क्षत्रिय महासभा की 22 पंचायतों से जुड़े लोगों ने राष्ट्रपति से मृत्यु दान की मांग की है.
इस संबंध में सभी युवकों ने डीसी कुल्लू के माध्यम से एक ज्ञापन भी राष्ट्रपति को भेजा है. जिसमें उन्होंने एट्रोसिटी एक्ट व जातिगत आरक्षण से दुखी होकर अपने लिए मृत्यु दान की मांग रखी है.
जिला मुख्यालय कुल्लू के डीसी कार्यालय के समीप 22 पंचायतों से आए सवर्ण समाज के युवाओं ने एक बैठक भी आयोजित की. बैठक में क्षत्रिय महासभा के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र राजपूत भी शामिल हुए.
युवाओं को संबोधित करते हुए प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र ने कहा कि जातिगत आरक्षण के चलते आज स्वर्ण समाज का युवा बेरोजगार घूम रहा है. स्वर्ण समाज के युवाओं को कोई फायदा नहीं मिल रहा है और ना ही कानून व्यवस्था के तहत उचित न्याय मिल पा रहा है.
उनका कहना है कि एट्रोसिटी एक्ट के तहत कुछ लोग सवर्ण समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं और इस कानून का गलत फायदा लिया जा रहा है. जिससे आज सवर्ण समाज काफी आहत है. वहीं, जातिगत आरक्षण के आधार पर भी कुछ चुनी हुई जातियों को ही इसका फायदा दिया जा रहा है, जबकि स्वर्ण समाज सरकारी योजनाओं के फायदे लेने के लिए सक्षम नहीं है.
जितेंद्र का कहना है कि अब उनकी मुहिम में 22 पंचायतों के युवा भी आगे आए हैं, ताकि देश से आरक्षण की बीमारी को खत्म किया जा सके. सरकार भी उनकी मांगों पर गौर करे, ताकि जातिगत आरक्षण व स्वर्ण समाज के मौलिक अधिकारों की रक्षा हो सके.
गौर रहे कि एट्रोसिटी एक्ट के दुरुपयोग को लेकर क्षत्रिय महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र ने पहले राष्ट्रपति से मृत्यु दान की मांग रखी थी. वहीं, अब जिला कुल्लु की 22 पंचायतों के युवा भी उनके समर्थन में आगे आए है.