कुल्लू/चंबा: कुल्लू जिले में महिला दिवस के अवसर पर जहां जिला प्रशासन के द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, तो वहीं आज भी कई ऐसी महिलाएं हैं जो आर्थिक संकट से जूझ रही हैं. ऐसे में कुल्लू की कार सेवा संस्था (Kar Seva Sanstha of Kullu) महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही है, जो अब तक 6 एकल महिलाओं को रोजगार के साधन भी उपलब्ध करवा चुकी हैं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Womens Day) के अवसर पर जिला कुल्लू के निम्मी देवी के लिए भी कार सेवा संस्था उम्मीद बनकर आई और उन्हें एक दुकान खोलकर रोजगार प्रदान किया गया है.
कुल्लू के फोजल के साथ लगते बगणि गांव की रहने वाली निम्मी देवी (Nimmi Devi of Kullu) के परिवार में एक बेटी है, जिसकी उम्र 24 वर्ष है और वह बेरोजगार हैं. निम्मी देवी का तलाक 24 वर्ष पहले हुआ था. निम्मी देवी ने बताया कि वह कई वर्षों से औरों के पास दिहाड़ी मजदूरी का काम करके अपना और अपनी बेटी का पालन पोषण कर रही थीं. 16 वर्ष पहले मिट्टी तेल का चूल्हा फटने के कारण निम्मी देवी के शरीर का काफी हिस्सा झुलस गया था, जिसके चलके अब वह एक हाथ से कार्य नहीं कर पाती हैं.
निम्मी देवी ने कुछ समय खड्डी में बुनकर का काम भी किया है. बुनाई मशीन में काम करने की वजह से उनको सर्वाइकल भी हो गया है. अब डॉक्टर ने उन्हें ज्यादा काम करने से भी मना कर दिया है. जिससे वह भारी-भरकम काम नहीं कर पाती हैं. वहीं, तलाकशुदा होने के बावजूद भी उन्हें पति की तरफ से कोई खर्चा नहीं मिलता है. निम्मी देवी ने बताया कि उनकी बेटी ने सोशल मीडिया पर कार सेवादल के कार्यों को देखा और संस्था के पास रोजगार खोलने हेतु मदद के लिए निवेदन किया था.
जिसके बाद उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में संस्था के सदस्यों को बताया. निम्मी देवी ने बताया कि कार सेवा संस्था के द्वारा अब उसे एक रोजगार के लिए पतलीकुहल में एक दुकान खोल कर दी गई है. ऐसे में अब उन्हें अपनी बेटी के साथ-साथ अपना भरण-पोषण करने में काफी आसानी होगी. वहीं, संस्था से प्रेरणा लेकर वह अपनी तरह एकल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने का भी काम करेंगी.
महिला दिवस के मौके पर मंगलवार को चंबा (Womens Day function at chamba) जिले के बालू स्थित एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया और समाज के लिए बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया. इस मौके पर चंबा जिला का संस्कृतिक झलक भी देखने को मिला, जहां महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए और महिलाएं समाज में कैसे अपना योगदान दे सकें, इस पर चर्चा की गई. साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर भी प्रकाश डाला गया.
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