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रोहतांग बहाली में बाधा बन रही बर्फीली हवाएं, बार-बार जम रही बर्फ ने बढ़ाई मुश्किलें - दर्रे को हर हाल में बहाल

रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटे बीआरओ की टीम के लिए बर्फीली हवाओं ने मुश्किलें बढ़ा दी है. बर्फीली हवाओं की वजह से दर्रे बहाली में जुटे बीआरओ की टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बीआरओ के कमांडर कर्नल उमा शंकर का कहना है कि दर्रे को हर हाल में बहाल कर के ही छोड़ेंगे.

icy winds hindering the restoration of rohtang pass
रोहतांग बहाली में बाधा बन रही बर्फीली हवाएं
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Published : Dec 4, 2019, 10:54 AM IST

कुल्लू: रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटे बीआरओ की टीम के लिए बर्फीली हवाओं ने मुश्किलें बढ़ा दी है. एक तरफ बीआरओ के जवान सड़क से बर्फ हटाकर आगे बढ़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ बर्फीली हवाएं सड़क पर बर्फ को फिर से जमा दे रही है. मनाली की तरफ से बीआरओ की टीम बर्फ हटाते हुए मढ़ी से आगे पहुंच गए हैं, जबकि लाहुल की तरफ से बीआरओ की टीम लगातार दर्रे की तरफ बढ़ रही है.

बीआरओ का कहना है कि मिशन रोहतांग को हर हाल में जीतने के लिए सीमा सड़क संगठन के जवान प्रयास कर रहे हैं, वहीं दर्रे की बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. मौसम के साफ होने के बाद भी दर्रे पर दोपहर बाद चलने वाली बर्फीली हवाएं अपने साथ बर्फ को भी ग्लेशियरों से बहाते हुए ला रही है और बीआरओ द्वारा सड़क से हटाई जा रही बर्फ को फिर सड़क पर जमा दे रही है.

वीडियो

हालांकि यह पहला ऐसा मौका है जब बीआरओ दिसंबर माह में भी रोहतांग दर्रे को बहाल करने में जुटा हुआ है. बीआरओ के कमांडर कर्नल उमा शंकर का कहना है कि जवान दर्रे की बहाली के लिए किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और दर्रे को हर हाल में बहाल कर के ही छोड़ेंगे.

ये भी पढ़ें: पांवटा सिविल हॉस्पिटल में रोगी कल्याण समिति की बैठक संपन्न, विधायक सुखराम चौधरी भी रहे मौजूद

कुल्लू: रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटे बीआरओ की टीम के लिए बर्फीली हवाओं ने मुश्किलें बढ़ा दी है. एक तरफ बीआरओ के जवान सड़क से बर्फ हटाकर आगे बढ़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ बर्फीली हवाएं सड़क पर बर्फ को फिर से जमा दे रही है. मनाली की तरफ से बीआरओ की टीम बर्फ हटाते हुए मढ़ी से आगे पहुंच गए हैं, जबकि लाहुल की तरफ से बीआरओ की टीम लगातार दर्रे की तरफ बढ़ रही है.

बीआरओ का कहना है कि मिशन रोहतांग को हर हाल में जीतने के लिए सीमा सड़क संगठन के जवान प्रयास कर रहे हैं, वहीं दर्रे की बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. मौसम के साफ होने के बाद भी दर्रे पर दोपहर बाद चलने वाली बर्फीली हवाएं अपने साथ बर्फ को भी ग्लेशियरों से बहाते हुए ला रही है और बीआरओ द्वारा सड़क से हटाई जा रही बर्फ को फिर सड़क पर जमा दे रही है.

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हालांकि यह पहला ऐसा मौका है जब बीआरओ दिसंबर माह में भी रोहतांग दर्रे को बहाल करने में जुटा हुआ है. बीआरओ के कमांडर कर्नल उमा शंकर का कहना है कि जवान दर्रे की बहाली के लिए किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और दर्रे को हर हाल में बहाल कर के ही छोड़ेंगे.

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Intro:रोहतांग बहाली में बाधा बन रही बर्फ़ीली हवाएं
बीआरओ कर रहा दर्रा बहाली का कार्य
दोनो और से बर्फ हटाने में जुटे डोजरBody:



रोहतांग की बहाली में जुटे बीआरओ के लिए दर्रे पर चलने वाली बर्फिली हवाओं ने नई चुनौतियां पैदा कर डाली हैं। एक तरफ बीआरओ के जवान सड़क से बर्फ हटा आगे बढ़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ दर्रे पर दोपहर बाद चलने वाली बर्फिली हवाएं सड़क पर बर्फ को फिर जमा दे रही हंै। ऐसे में बीआरओ के लिए इस बार दर्रे पर चलने वाली बर्फिली हवाएं परेशानी का कारण बन गई है। मनाली की तरफ से बीआरओ की टीम मढ़ी से आगे बर्फ हटाते हुए पहुंच गए है, जबकि लाहुल की तरफ से बीआरओ की टीम लगातार दर्रे की तरफ बढ़ रही है। बीआरओ का कहना है कि मिशन रोहतांग को हर हाल मंे जीतने के लिए सीमा सड़क संगठन के जवान प्रयास कर रहे हैं, वहीं दर्रे की बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। मौसम के साफ हरने के बावजूद दर्रे पर दोपहर बाद चलने वाली बर्फिली हवाएं अपने साथ बर्फ को भी गलेशियरों से बहाते हुए ला रही है और बीआरओ द्वारा सड़क से हटाई जा रही बर्फ को फिर सड़क पर जमा दे रही है। हालांकि यह पहला ऐसा मौका है जब बीआरओ दिसंबर माह में भी रोहतांग दर्रे को बहाल करने में जुटा हुआ है। बीआरओ के कमांडर कर्नल उमा शंकर का कहना है कि दर्रे पर चलने वाली बर्फिली हवाएं बीआरओ के काम में बाधा डाल रही हैं। उन्होंने कहा कि बीआरओ के जवान दरे की बहाली के लिए किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और दर्रे को हर हाल में बहाल कर के ही छोड़ेंगे। Conclusion:


उन्होंने कहा कि सेना की दृष्टि से भी रोहतांग दर्रे से गुजरने वाला मार्ग काफी महत्त्वपूर्ण है। ऐसे में बीआरओ यह प्रयास कर रहा है कि रोहतांग दर्रे को अधिक से अधिक समय तक बहाल रखा जाए।
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