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कुल्लू में नहीं थम रहा नशे का काला कारोबार, इस साल 188 गिरफ्तार

हिमाचल के जिला कुल्लू में नशे का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा (drug cases in kullu) है. नशे के इस जाल को खत्म करने के लिए पुलिस भी नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. बावजूद इसके नशे का ग्राफ हर साल बढ़ रहा है. कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा तस्करी के मामले बंजार और मणिकर्ण घाटी में सामने आ रहे (drug smuggling in kullu) हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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कुल्लू में नहीं थम रहा नशे का काला कारोबार
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Published : Sep 3, 2022, 11:02 AM IST

कुल्लू: देश- दुनिया में हिमाचल प्रदेश का जिला कुल्लू अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए काफी मशहूर है. यहां हर साल लाखों की संख्या में सैलानी पहाड़ियों का आनंद लेने और प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए घाटी का रुख करते हैं. वहीं, जिला कुल्लू काले सोने यानि (चरस )के लिए भी काफी मशहूर (drug smuggling in kullu) है. हालांकि ,प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन मिलकर काले सोने के कारोबार पर रोक लगाने में जुटे हुए हैं, लेकिन उसके बाद भी कुल्लू जिले में नशे का कारोबार थमता नजर नहीं आ रहा (drug cases in kullu) है.

इस साल 188 गिरफ्तार: तमाम दावों के बावजूद हिमाचल में चरस की खेती का दायरा कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है. आए दिन नशा तस्करों पर लगाम कसने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. बावजूद इसके नशे के सौदागर लगातार नशे सप्लाई कर रहे हैं. इस बात का अंदाजा वर्ष 2022 में पकड़ी नशे की सामग्री से साफ-साफ लगाया जा सकता है. वर्ष 2022 में सात माह में 129 मामले दर्ज कर 188 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें 179 पुरूष और 9 महिलाएं शामिल है.

चरस और चिट्टा बरामद: नशा तस्करी करने पर पुलिस ने 173 भारतीय नागरिक और 5 विदेशी सहित 10 नेपाली मूल के लोग जो यहां आकर बस गए, उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है. इसमें अकेले चरस 79.853 किलोग्राम चरस बरामद की (charas in kullu) है, जबकि 712.429 ग्राम चिट्टा बरामद किया (chitta in kullu) है. इसके बावजूद भी लगातार नशे की सप्लाई रूकने का नाम नहीं ले रही है. नशा तस्कर रातों रात अमीर बनने की चाह में नशा तस्करी कर रहे हैं. पुलिस ने सबसे अधिक नशा तस्कर इस बार बंजार और मणिकर्ण घाटी में पकड़े हैं.

पिछले माह इतने तस्कर हुए गिरफ्तार: बीते माह बंजार में 8 किलो 104 ग्राम चरस के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इससे पूर्व बंजार के गुशैणी में ही 16 जुलाई को सात किलो 109 ग्राम चरस बरामद की है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बंजार में चरस का काला कोराबार फल फूल रहा है. 21 जुलाई को मणिकर्ण घाटी में आठ किलो 50 ग्राम चरस के साथ नेपाली को गिरफ्तार किया है.

42 किलो चरस भी बंजार में की थी बरामद: इससे पहले बंजार में 42 किलो चरस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद एक-एक करके सुराग मिलते गए. बताया जा रहा है कि बंजार में कई इलाके ऐसे हैं जहां पर अभी भी चरस की खेप है. पुलिस ने बंजार से प्रदेश की सबसे बड़ी चरस की खेप 111 किलो चरस बरामद की है.वहीं, पुलिस अधीक्षक कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि नशा तस्करी करने वालों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. नशा तस्करी करने वालों को बिलकुल नहीं बख्शा जाएगा.

इन जगहों पर नशे की पैदावार: प्रदेश के जिला कुल्लू, मंडी, धर्मशाला, कसोल, मणिकर्ण, बंजार वैली, अपर शिमला के इलाकों में भांग (चरस) और पोस्त खेती अधिक मात्रा में होती (Drugs in Himachal) है. हर वर्ष पुलिस टीम हजारों बीघा की जमीन से पौधों को नष्ट करते हैं, लेकिन इसके बावजूद क्विंटल के हिसाब से चरस बरामद होती है. आखिर यह चरस कहां से आती है इसका कोई भी अभी तक पता नहीं लगा पाया (drug smuggling in himachal ) है.
ये भी पढ़ें: Drugs in Himachal: हिमाचल को खोखला कर रहा नशा, युवाओं में चिट्टे के चलन से बढ़ी चिंता

कुल्लू: देश- दुनिया में हिमाचल प्रदेश का जिला कुल्लू अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए काफी मशहूर है. यहां हर साल लाखों की संख्या में सैलानी पहाड़ियों का आनंद लेने और प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए घाटी का रुख करते हैं. वहीं, जिला कुल्लू काले सोने यानि (चरस )के लिए भी काफी मशहूर (drug smuggling in kullu) है. हालांकि ,प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन मिलकर काले सोने के कारोबार पर रोक लगाने में जुटे हुए हैं, लेकिन उसके बाद भी कुल्लू जिले में नशे का कारोबार थमता नजर नहीं आ रहा (drug cases in kullu) है.

इस साल 188 गिरफ्तार: तमाम दावों के बावजूद हिमाचल में चरस की खेती का दायरा कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है. आए दिन नशा तस्करों पर लगाम कसने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. बावजूद इसके नशे के सौदागर लगातार नशे सप्लाई कर रहे हैं. इस बात का अंदाजा वर्ष 2022 में पकड़ी नशे की सामग्री से साफ-साफ लगाया जा सकता है. वर्ष 2022 में सात माह में 129 मामले दर्ज कर 188 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें 179 पुरूष और 9 महिलाएं शामिल है.

चरस और चिट्टा बरामद: नशा तस्करी करने पर पुलिस ने 173 भारतीय नागरिक और 5 विदेशी सहित 10 नेपाली मूल के लोग जो यहां आकर बस गए, उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है. इसमें अकेले चरस 79.853 किलोग्राम चरस बरामद की (charas in kullu) है, जबकि 712.429 ग्राम चिट्टा बरामद किया (chitta in kullu) है. इसके बावजूद भी लगातार नशे की सप्लाई रूकने का नाम नहीं ले रही है. नशा तस्कर रातों रात अमीर बनने की चाह में नशा तस्करी कर रहे हैं. पुलिस ने सबसे अधिक नशा तस्कर इस बार बंजार और मणिकर्ण घाटी में पकड़े हैं.

पिछले माह इतने तस्कर हुए गिरफ्तार: बीते माह बंजार में 8 किलो 104 ग्राम चरस के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इससे पूर्व बंजार के गुशैणी में ही 16 जुलाई को सात किलो 109 ग्राम चरस बरामद की है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बंजार में चरस का काला कोराबार फल फूल रहा है. 21 जुलाई को मणिकर्ण घाटी में आठ किलो 50 ग्राम चरस के साथ नेपाली को गिरफ्तार किया है.

42 किलो चरस भी बंजार में की थी बरामद: इससे पहले बंजार में 42 किलो चरस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद एक-एक करके सुराग मिलते गए. बताया जा रहा है कि बंजार में कई इलाके ऐसे हैं जहां पर अभी भी चरस की खेप है. पुलिस ने बंजार से प्रदेश की सबसे बड़ी चरस की खेप 111 किलो चरस बरामद की है.वहीं, पुलिस अधीक्षक कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि नशा तस्करी करने वालों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. नशा तस्करी करने वालों को बिलकुल नहीं बख्शा जाएगा.

इन जगहों पर नशे की पैदावार: प्रदेश के जिला कुल्लू, मंडी, धर्मशाला, कसोल, मणिकर्ण, बंजार वैली, अपर शिमला के इलाकों में भांग (चरस) और पोस्त खेती अधिक मात्रा में होती (Drugs in Himachal) है. हर वर्ष पुलिस टीम हजारों बीघा की जमीन से पौधों को नष्ट करते हैं, लेकिन इसके बावजूद क्विंटल के हिसाब से चरस बरामद होती है. आखिर यह चरस कहां से आती है इसका कोई भी अभी तक पता नहीं लगा पाया (drug smuggling in himachal ) है.
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