कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के क्षेत्रीय अस्पताल (doctor pen down strike in kullu) में डॉक्टरों ने 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक रखी. डॉक्टरों ने प्रदेश सरकार के प्रति रोष व्यक्त किया है. पेन डाउन स्ट्राइक में शामिल डॉ. आशीष, डॉ. रीमा घई का कहना है कि प्रदेश में सभी डॉक्टरों के साथ वेतन विसंगतियां सामने आई हैं और चार प्रमुख बिंदुओं पर संघ संयुक्त मोर्चा के साथ खड़ा है.
डॉक्टरों ने कहा की उच्चतर वेतनमान पंजाब में 2 लाख 37 हजार है और हिमाचल ने इसे 2 लाख 18 हजार पर फ्रीज कर दिया है. इसको लेकर भी डॉक्टरों में काफी रोष है. 2015 में बेसिक पे कम बढ़ाई गई. हर डॉक्टर को 10 से 20 हजार तक कम बेसिक पे बनाई गई. अब मौजूदा सरकार ने तीन जनवरी के बाद डायनेमिक एश्योर्ड कैरियर इंश्योरेंस स्कीम बंद कर दी है. डॉक्टरों की मांग है कि इसे तुरंत बहाल किया जाए. साथ ही उन्होंने अनुबंध पर कार्यरत डॉक्टरों को न्यूनतम बेसिक पे दिए जाने की मांग की है.
डॉक्टरों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के चिकित्सकों के लिए गैर-अभ्यास भत्ता मूल वेतन के 25 प्रतिशत की दर से जारी किया जाए. मूल वेतन और एनपीए की अधिकतम सीमा पंजाब पैटर्न के अनुसार 2,37,600 रुपये होनी (Himachal Doctor pen down strike) चाहिए. हिमाचल प्रदेश वेतन आयोग द्वारा उल्लिखित 2,18,600 पर तय नहीं होनी चाहिए.
एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन स्कीम 4-9-14 चिकित्सकों के लिए टाइम स्केल प्रमोशन बंद नहीं किया जाना (demand of doctor in himachal) चाहिए. स्नातकोत्तर योग्यता वाले चिकित्सकों के लिए स्नातकोत्तर भत्ता (पीजी भत्ता) 7000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रति माह और राज्य के मेडिकल कॉलेजों में समान पैटर्न पर काम करने वाले शिक्षकों के लिए शैक्षणिक भत्ता, पीजी शैक्षणिक भत्ते को सीपीआई से जोड़ा जाना चाहिए और समय-समय पर बढ़ाया जाना चाहिए.
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