कुल्लू: बंजार बस हादसे में कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया तो कई अभी भी कुल्लू अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं. लेकिन प्रदेश सरकार ने हादसे में घायलों को जो राशि दी है, वो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. ये बात बुधवार को कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता इंदु पटियाल ने कही है.
कुल्लू में मीडिया से रूबरू होते हुए इंदु पटियाल ने कहा कि हादसे के दिन बंजार अस्पताल में घायलों को कोई सुविधा नहीं मिली जो कि शर्मनाक है. हादसे के बाद इस अस्पताल की जो दशा सामने आई है उसे सरकार को सीख लेनी चाहिए. अस्पताल में डॉक्टर न होने के चलते बाहर से डॉक्टर्स बुलाए गए.
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इंदु पटियाल ने कहा कि सरकार के गलत निर्णय के कारण आजकल छात्र सड़कों पर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो गए हैं. सरकार ने ओवरलोडिंग न करने का फरमान जारी किया लेकिन बच्चों सहित आम सवारिया अब कैसे सफर करें. इसकी कोई चिंता नहीं की है. वहीं, उन्होंने कहा कि प्रदेश की सड़कों का हाल आज किसी से छुपे हुए नहीं है.बंजार विधानसभा क्षेत्र में भी सड़कों की हालत खराब है. सड़कों पर ब्लैक स्पॉट अधिक हैं लेकिन वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. कुल्लू में कई इलेक्ट्रॉनिक बसें जंग खा रही हैं. अगर सरकार चाहे तो उन बसों को भी लोगों की सुविधा के लिए चलाया जा सकता है.
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कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले विधायक बंजार में डॉक्टर्स की कमी व अन्य सुविधाओं को लेकर रोजाना धरना प्रदर्शन करते रहते थे. लेकिन अब विधायक बनने के बाद उन्हें बंजार की चिंता बिल्कुल भी नहीं है. विधायक सुरेंद्र शौरी चाहते तो वे प्रदेश सरकार से बंजार के लिए डॉक्टरों की मांग कर सकते थे. लेकिन वे अभी तक बंजार अस्पताल में डॉक्टरों के खाली पड़े पदों को भरने में सफल नहीं हो पाए हैं.