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पहली बरसात भी नहीं झेल पाया कुल्लू भूतनाथ वैली ब्रिज, पानी में बहा पुल का एक हिस्सा

जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी मे बड़ाग्रां और सोलंग में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है. एक हिस्सा बह जाने के बाद भूतनाथ वैली ब्रिज को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है.

Bhootnath valley bridge
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Published : Aug 18, 2019, 11:56 AM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी के भूतनाथ वैली ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने के बाद अखाड़ा बाजार में ट्रक यूनियन के पास बनाया गया अस्थायी पुल पहली बरसात भी झेल नहीं पाया. शनिवार को बड़ाग्रां और सोलंग में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने पर पुल के दोनों ओर ब्यास नदी का पानी बढ़ गया.

बता दें कि पुल के एक तरफ सड़क बैठ जाने से इस पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है. ये पुल विकल्प के तौर पर दो करोड़ से तैयार किया गया है. पहली बरसात ने ही लोक निर्माण विभाग और प्रशासन के कार्य की हकीकत सामने लाई.

गौर रहे कि पुल का निर्माण नदी के बीचोंबीच किया गया है. पुल तक पहुंचने के लिए बीच नदी से एक अस्थायी सड़क भी बनाई गई है लेकिन सड़क और पुल की नदी से ऊंचाई कम हैं. शनिवार को पानी बढ़ने से पुल के एक तरफ का डंगा बह गया.

वीडियो.

इसके बाद पुलिस ने तुरंत ही वाहनों की आवाजाही बंद कर दी जिसके बाद वाहनों को अखाड़ा बाजार होकर भेजा गया. बता दें कि पुल को ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए तैयार किया गया है. वन-वे होने के कारण इस पुल से रामशिला से होकर कुल्लू आने वाले बड़े व छोटे वाहनों को आने की अनुमति है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में भारी बारिश: रावी नदी का रौद्र रूप, तिनके की तरह बह गए भारी कंटेनर

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी के भूतनाथ वैली ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने के बाद अखाड़ा बाजार में ट्रक यूनियन के पास बनाया गया अस्थायी पुल पहली बरसात भी झेल नहीं पाया. शनिवार को बड़ाग्रां और सोलंग में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने पर पुल के दोनों ओर ब्यास नदी का पानी बढ़ गया.

बता दें कि पुल के एक तरफ सड़क बैठ जाने से इस पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है. ये पुल विकल्प के तौर पर दो करोड़ से तैयार किया गया है. पहली बरसात ने ही लोक निर्माण विभाग और प्रशासन के कार्य की हकीकत सामने लाई.

गौर रहे कि पुल का निर्माण नदी के बीचोंबीच किया गया है. पुल तक पहुंचने के लिए बीच नदी से एक अस्थायी सड़क भी बनाई गई है लेकिन सड़क और पुल की नदी से ऊंचाई कम हैं. शनिवार को पानी बढ़ने से पुल के एक तरफ का डंगा बह गया.

वीडियो.

इसके बाद पुलिस ने तुरंत ही वाहनों की आवाजाही बंद कर दी जिसके बाद वाहनों को अखाड़ा बाजार होकर भेजा गया. बता दें कि पुल को ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए तैयार किया गया है. वन-वे होने के कारण इस पुल से रामशिला से होकर कुल्लू आने वाले बड़े व छोटे वाहनों को आने की अनुमति है.

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Intro:कुल्लू
एक बरसात भी नही झेल पाया अखाड़ा बाजार का वैली ब्रिजBody:


जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी के भूतनाथ बैली ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने के बाद अखाड़ा बाजार में ट्रक यूनियन के पास बनाया गया अस्थायी पुल पहली बरसात भी झेल नहीं पाया। पुल के एक तरफ सड़क बैठ जाने से इस पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। पुल को विकल्प के तौर पर दो करोड़ से तैयार किया गया है। पहली बरसात ने लोक निर्माण विभाग और प्रशासन को हकीकत दिखा दी। गौर रहे कि पुल का निर्माण नदी के बीचोंबीच किया गया है। पुल तक पहुंचने के लिए बीच नदी से एक अस्थायी सड़क भी बनाई गई है। लेकिन सड़क और पुल की नदी से ऊंचाई कम हैं। ऐसे में यह पुल कभी भी ब्यास नदी की भेंट चढ़ सकता है। शनिवार को जैसे ही बड़ाग्रां और सोलंग में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी का जलस्तर अधिक हुआ तो पुल के दोनों ओर ब्यास नदी का पानी बढ़ गया। पानी बढ़ने से पुल के एक तरफ का डंगा बह गया, जिससे सड़क का हिस्सा बैठ गया। आनन फानन में पुलिस को यहां पर वाहनों की आवाजाही बंद करनी पड़ी। पुल से वाहनों की आवाजाही बंद करने के बाद वाहनों को अखाड़ा बाजार होकर ही भेजा गया। अस्थायी पुल को कुल्लू शहर में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए तैयार किया गया है। वन-वे होने के कारण इस पुल से रामशिला से होकर कुल्लू आने वाले बड़े व छोटे वाहनों को आने की अनुमति है।
Conclusion:कुल्लू से रामशिला और मनाली की ओर जाने वाले वाहनों को अखाड़ा बाजार होकर भेजा जाता है। पुल के पहली बरसात में ही हांफ जाने के बाद लोगों ने इस पर कई तरह से सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
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