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शिंकुला टनल निर्माण के लिए 3 दिन होगा सर्वे, चिनूक हेलीकॉप्टर की ली जाएगी मदद

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Published : Oct 14, 2020, 4:13 PM IST

Updated : Oct 14, 2020, 6:19 PM IST

दुनिया की सबसे लंबी शिंकुला टनल के निर्माण के लिए 15 अक्टूबर को वायुसेना के अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर चिनूक के जरिए हवाई सर्वे होगा. तीन दिन तक चलने वाले इस सर्वे में मेकेनिकल और भूगर्भीय वैज्ञानिक शिंकुला टनल के साथ लगती जंस्कर रेंज की पहाड़ी में करीब 600 मीटर गहराई तक जांच करेंगे.

aerial survey of world highest shinku la tunnel by chinook helicopter
शिंकू ला टनल हवाई सर्वे.

कुल्लू: अटल टनल रोहतांग से भी साढ़े तीन किलोमीटर अधिक लंबी शिंकुला टनल के लिए हवाई सर्वे वायुसेना के सबसे अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर चिनूक के जरिए होगा. इस टनल के बनने से मनाली-कारगिल-लेह सड़क मार्ग में साल भर यातायात खुला रह सकेगा. 16 हजार 600 फीट ऊंचे शिंकुला दर्रा के नीचे से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी 13.5 किलोमीटर टनल होगी.

अटल टनल रोहतांग समुद्र तल से करीब दस फीट की ऊंचाई पर बनी है. टनल का निर्माण जल्द शुरू करने के लिए राष्ट्रीय उच्च मार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण चिनूक की मदद लेगा. डेनमार्क के तीन इंजीनियर 15 अक्टूबर से चिनूक के साथ हवाई सर्वे करेंगे. तीन दिन तक चलने वाले इस सर्वे में मैकेनिकल और भूगर्भीय वैज्ञानिक शिंकुला टनल के साथ लगती जंस्कर रेंज की पहाड़ी में करीब 600 मीटर गहराई तक जांच करेंगे.

सर्वे से पहले चिनूक हेलीकाप्टर में करीब 500 किलो बजनी डेनमार्क का एंटीना फिट होगा. इस सर्वे को एयरबोर्न इलेक्ट्रो मैग्नेटिक सर्वे कहा जाता है. सर्वे में डेनमार्क और गुजरात की एक कंपनी के इंजीनियर शामिल होंगे.

राष्ट्रीय उच्च मार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण डीजीएम अनिल ने बताया कि बुधवार को स्तींगरी हेलीपैड में वायु सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर उतरेगा. इसी दिन हेलीकाप्टर में पांच सौ किलो वजनी एंटीना फिट कर हवाई सर्वे का ट्रायल किया जाना है. हेलीपैड से इस पूरे हवाई सर्वे को कंडक्ट किया जाएगा. सर्वे के बाद जल्द शिंकुला टनल के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे.

कुल्लू: अटल टनल रोहतांग से भी साढ़े तीन किलोमीटर अधिक लंबी शिंकुला टनल के लिए हवाई सर्वे वायुसेना के सबसे अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर चिनूक के जरिए होगा. इस टनल के बनने से मनाली-कारगिल-लेह सड़क मार्ग में साल भर यातायात खुला रह सकेगा. 16 हजार 600 फीट ऊंचे शिंकुला दर्रा के नीचे से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी 13.5 किलोमीटर टनल होगी.

अटल टनल रोहतांग समुद्र तल से करीब दस फीट की ऊंचाई पर बनी है. टनल का निर्माण जल्द शुरू करने के लिए राष्ट्रीय उच्च मार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण चिनूक की मदद लेगा. डेनमार्क के तीन इंजीनियर 15 अक्टूबर से चिनूक के साथ हवाई सर्वे करेंगे. तीन दिन तक चलने वाले इस सर्वे में मैकेनिकल और भूगर्भीय वैज्ञानिक शिंकुला टनल के साथ लगती जंस्कर रेंज की पहाड़ी में करीब 600 मीटर गहराई तक जांच करेंगे.

सर्वे से पहले चिनूक हेलीकाप्टर में करीब 500 किलो बजनी डेनमार्क का एंटीना फिट होगा. इस सर्वे को एयरबोर्न इलेक्ट्रो मैग्नेटिक सर्वे कहा जाता है. सर्वे में डेनमार्क और गुजरात की एक कंपनी के इंजीनियर शामिल होंगे.

राष्ट्रीय उच्च मार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण डीजीएम अनिल ने बताया कि बुधवार को स्तींगरी हेलीपैड में वायु सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर उतरेगा. इसी दिन हेलीकाप्टर में पांच सौ किलो वजनी एंटीना फिट कर हवाई सर्वे का ट्रायल किया जाना है. हेलीपैड से इस पूरे हवाई सर्वे को कंडक्ट किया जाएगा. सर्वे के बाद जल्द शिंकुला टनल के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे.

Last Updated : Oct 14, 2020, 6:19 PM IST
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