कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में अब बागवानी सीजन भी शुरू हो गया है. लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार (BJP government Himachal) बागवान को राहत देने की बजाय उनका शोषण कर रही है. इसी कड़ी में सोमवार को आम आदमी पार्टी (Kullu Aam Aadmi Party) ने कुल्लू में बागवानों के हकों के लिए आवाज उठाई. आप कार्यकर्ताओं ने बागवानों की समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए सरकार से बागवानों को राहत देने की मांग उठाई गई.
ढालपुर पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी अरुण शर्मा (AAP submitted memorandum to kullu administration) ने बताया कि आज के समय में बागवानी करना भी काफी मुश्किल हो गया है. क्योंकि खर्चा अधिक हो रहा है और बागवानी से कमाई काफी कम हो रही है. ऊपर से प्रदेश सरकार कार्टन की कीमतों में भी वृद्धि कर रही (carton Prices in Himachal) है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार अपने आप को बागवानों का हितेषी बताती है. लेकिन साढ़े 4 साल में उन्होंने बागवानों के लिए क्या किया, उसकी भी उन्हें जानकारी देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि इन दिनों सेब की फसल में एक बीमारी लग गई है. लेकिन उस बीमारी से निपटने के लिए बागवान को दवाइयां भी सरकार उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. अगर समय रहते बीमारी पर काबू नहीं पाया गया, तो सेब की फसल खराब हो जाएगी (Apple harvest spoiled) और इसका सीधा नुकसान हिमाचल प्रदेश के हजारों बागवानों को होगा. अरुण ने कहा कि प्रदेश में 5 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार सेब का होता है और बागवान भी अपनी आर्थिकी के लिए सेब की फसल पर निर्भर रहते हैं. अगर प्रदेश सरकार सच में बागवानों को अपना मानती है, तो सरकार उन्हें जल्द से जल्द दवाइयां उपलब्ध करवाएं. इसके साथ ही सूखे के कारण जहां पर फसलें प्रभावित हुई है, वहां भी बागवानों को राहत दी जानी चाहिए.